पटाखों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन फायर ट्रेल में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) को बड़ी सफलता मिली है. अधिकारियों ने रविवार को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर 5 करोड़ रुपये के चीनी पटाखे और आतिशबाजी जब्त की है. साथ ही एक तस्कर को गिरफ्तार किया है.
डीआरआई अधिकारियों ने बताया कि पटाखों के अवैध आयात पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन फायर ट्रेल चलाया जा रहा है. इसी ऑपरेशन के तहत मुंद्रा पोर्ट पर चीन से आ रहे एक 40 फुट लंबे कंटेनर को रोका, जिसमें पानी का गिलास और फूलदान होने की बात कही गई थी. लेकिन जांच के दौरान पता चला कि 30,000 से अधिक पटाखे और आतिशबाजी पानी के गिलासों के ऊपरी हिस्से के पीछे छिपाकर रखे गए थे.
क्या कहता है कानून
विदेश व्यापार नीति के आईटीसी (एचएस) कोड के तहत चीनी पटाखों का आयात प्रतिबंधित श्रेणी में आता है. इसके लिए विस्फोटक नियम, 2008 के तहत दोनों संस्थाओं से वैध लाइसेंस जरूरी है. बिना लाइसेंस आयात करना सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत गंभीर अपराध है.
मास्टरमाइंड गिरफ्तार
डीआरआई ने करीब ₹5 करोड़ मूल्य के पटाखों सहित पूरी खेप जब्त कर ली. इस तस्करी के पीछे का मास्टरमाइंड सह फाइनेंसर को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है. उससे पूछताछ में पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
अक्टूबर में भी की थी कार्रवाई
DRI ने कहा कि ऐसे अवैध आयात जन सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं. इससे पहले भी अक्टूबर 2025 में DRI ने मुंबई और तूतीकोरिन में इसी तरह के अवैध आयात के प्रयासों को विफल कर दिया था.
अधिकारियों ने कहा, 'ऐसे खतरनाक सामानों का अवैध आयात जन सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा, महत्वपूर्ण बंदरगाह अवसंरचना और व्यापक शिपिंग एवं लॉजिस्टिक्स श्रृंखला के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है. डीआरआई जनता को खतरनाक अवैध सामानों से बचाने और ऐसे संगठित तस्करी नेटवर्क का पता लगाकर और उन्हें नष्ट करके देश के व्यापार एवं सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र की अखंडता बनाए रखने के अपने मिशन पर अडिग है.
ब्रिजेश दोशी