विमानन नियामक महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है. संकट से जूझ रही एयरलाइन ने 2 दिसंबर से अब तक 4,000 से अधिक फ्लाइट रद्द की हैं, जिससे लाखों यात्रियों को परेशानी हुई और पूरे भारत में यात्रा योजनाओं में बड़ी बाधा पैदा हुई.
इंडिगो के सीईओ लगातार दो दिन तलब
सूत्रों के मुताबिक, इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को गुरुवार और फिर शुक्रवार को DGCA की चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति के सामने पेश होने के लिए तलब किया गया है. इससे पहले भी एल्बर्स और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने DGCA को संचालन और भर्ती प्रक्रियाओं पर विस्तृत रिपोर्ट दी थी.
'इंडिगो का मिसमैनेजमेंट संकट का असल कारण'
'एजेंडा आजतक' के मंच पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि इंडिगो का 'गंभीर मिसमैनेजमेंट' इस संकट का असल कारण है. हालांकि बुधवार तक इंडिगो की सेवाएं सामान्य हो गईं और असामान्य रूप से फ्लाइट रद्द होने की संख्या नहीं रही. लेकिन एयरलाइन संचालन को लेकर चिंता अभी भी बनी हुई है और यात्री हवाई यात्रा को लेकर चिंतित हैं.
'संकट को टाला जा सकता था'
मंत्री ने कहा कि यह संकट टाला जा सकता था और यह पूरी तरह अप्रत्याशित था. उन्होंने इंडिया टुडे को बताया कि वायरल हुई तस्वीर में एल्बर्स न सिर्फ उनसे बल्कि पूरे देश से माफी मांग रहे हैं. DGCA ने पिछले हफ्ते एक चार सदस्यीय पैनल बनाया था, जो क्रू रॉस्टरिंग, मैनपावर प्लानिंग और 1 नवंबर से लागू नए पायलट ड्यूटी और रेस्ट नियमों के पालन जैसी चीजों की जांच कर रहा है.
अमित भारद्वाज