प्लान मनोरंजन का, रिक्रूट करता था सागर... ललित झा ने खोली संसद बवाल कांड की साजिश की परतें

साइको एनालिसिस टेस्ट के दौरान ललित झा ने बताया कि मनोरंजन फंडिग के लिए लगातार प्रयास कर रहा था और उसका मकसद एक बड़ा संगठन तैयार करना था. उसने सागर शर्मा को संगठन में रिक्रूटमेंट का जिम्मा सौंपा था.

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दिल्ली पुलिस ने संसद सूरक्षा चूक मामले के सभी आरोपियों का साइको एनालिसिस टेस्ट करवाया. दिल्ली पुलिस ने संसद सूरक्षा चूक मामले के सभी आरोपियों का साइको एनालिसिस टेस्ट करवाया.

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 3:37 PM IST

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले के सभी आरोपियों का शुक्रवार दोपहर रोहिणी के एक सरकारी संस्थान में साइको एनालिसिस टेस्ट कराया. आरोपियों द्वारा उठाए गए इस कदम का मकसद समझने के लिए जांच टीम ने उनका यह मनोविश्लेषण परीक्षण कराया है. संसद सुरक्षा उल्लंघन के आरोपियों का यह परीक्षण दिल्ली की एक अदालत द्वारा उन्हें 5 जनवरी तक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की हिरासत में भेजने के एक दिन बाद कराया गया है.

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पुलिस सूत्रों के अनुसार, संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मास्टरमाइंड माने जाने वाले ललित झा ने परीक्षण के दौरान खुलासा किया कि इस कृत्य के पीछे असली आदमी मनोरंजन डी था, न कि वह. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक साइको एनालिसिस टेस्ट के दौरान ललित ने कहा, 'हमें अंदाजा नही था कि इस घटना पर हम सभी पर UAPA लगेगा. हमें लग रहा था कि हम जल्द जमानत पर बाहर आकर पब्लिक फिगर बन जाएंगे. समाज में एक संदेश देंगे और फिर बड़ी फंडिग के जरिए अपने प्रोपेगेंडा को आगे ले जाएंगे'. 

संसद सुरक्षा चूक के ये हैं 6 आरोपी

बता दें कि 2001 के हमलों की बरसी पर 13 दिसंबर को संसद में सुरक्षा उल्लंघन के सिलसिले में अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें मनोरंजन डी और सागर शर्मा शामिल हैं, जिन्होंने लोकसभा में उत्पात मचाया था.अन्य गिरफ्तार आरोपियों में अमोल शिंदे और नीलम आजाद शामिल हैं, जिन्होंने संसद के बाहर नारेबाजी की और रंगीन धुंआ उड़ाया. अन्य दो आरोपी हैं ललित झा, जिसे सुरक्षा उल्लंघन का मास्टरमाइंड माना जाता है, और महेश कुमावत, जिसने कथित तौर पर झा की मदद की थी.

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इन्होंने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि उनका उद्देश्य मणिपुर क्राइसिस, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर देश का ध्यान आकर्षित करना था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इन सभी आरोपियों के नए सिम एक्टिव करवा रही है, जिसके बाद इनके मोबाइल फोन में दफन साजिश से पर्दा उठेगा. साइको एनालिसिस टेस्ट के दौरान ललित झा ने बताया कि मनोरंजन फंडिग के लिए लगातार प्रयास कर रहा था और उसका मकसद एक बड़ा संगठन तैयार करना था. उसने सागर शर्मा को संगठन में रिक्रूटमेंट का जिम्मा सौंपा था.

क्या होता है साइको एनालिसिस टेस्ट?

यह टेस्ट आरोपी की साइकोलॉजी जानने के लिए किया जाता है. इस टेस्ट का मकसद होता है आरोपी की आदतें, उसकी रूटीन, उसकी समझ और उसके व्यवहार के बारे में जानना. साइकेट्रिस्ट इस टेस्ट को अंजाम देते हैं, जिसमें आरोपी को सामने बिठाया जाता है और उससे सवाल-जवाब किए जाते हैं. आरोपी के जवाबों के आधार पर मनोविश्लेषक तय करते हैं कि उसने किस मकसद से जुर्म को अंजाम दिया. हाल ही में दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला और साक्षी हत्याकांड के आरोपी साहिल का भी साइको एनालिसिस टेस्ट कराया था.

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