पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक और बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने राजस्थान के मौलवी कासिम के भाई हसीन की गिरफ्तारी की है. हाल में ही कासिम को दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तानी जासूसी के आरोप में हरियाणा के मेवात से गिरफ्तार किया था.
दिल्ली पुलिस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हसीन को कोर्ट में पेश किया है.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जो मोबाइल नंबर हमने पकड़ा तो पता चला कि सिम इंडिया का था और पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहा था.
इन सिम के नंबर पर व्हाट्सएप चलाकर DRDO और मिलट्री इंटेलिजेंस के लोगों को हनीट्रैप मे फंसाने की कोशिश की जा रही थी जिसका सबूत पुलिस ने कोर्ट को दिया.
इसके भाई कासिम को स्पेशल सेल ने पहले ही गिरफ्तार किया है. कासिम ने पिछले साल 6 अगस्त को पाकिस्तान की यात्रा की थी. वही इन सिम को लेकर पाकिस्तान गया था. वो फोन नंबर हसीन के नाम पर ही दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके से खरीदा गया था.
सिम का कनेक्शन हसीन के नाम का है. आईपी ऐड्रेस विश्लेषण से पता चला कि इन सिम को पाकिस्तान के इंटेलीजेंस ऑफिसर को दिया गया जिनके जरिए हनीट्रैप किया जा रहा था.
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पुलिस ने कोर्ट से कहा है कि पूछताछ के लिए हसीन की कस्टडी चाहिए.
DRDO के अधिकारी अमित कुमार को हनीट्रैप करने की कोशिश की गई. इसके सबूत दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सामने रखे हैं.
स्पेशल सेल ने कहा कि हमें अन्य आरोपियों के साथ इसको आमना-सामना कराना है और जांच को आगे बढ़ाना है.
अदालत ने सवाल उठाया कि यह मामला साइबर फ्रॉड का भी हो सकता है. जिसपर पुलिस ने कहा कि हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है. हसीन को आगे के जांच के लिए गुरुग्राम और बाड़मेर लेकर जाएगी.
अरविंद ओझा / हिमांशु मिश्रा