'स्कॉर्पीन पनडुब्बी, तृष्णा उपग्रह, यूपीआई...' जानिए PM मोदी के फ्रांस दौरे से भारत को क्या-क्या हुआ हासिल

फ्रांस के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे के दौरान पीएम मोदी ने मैक्रों के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगले 25 साल में भारत-फ्रांस रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए साहसिक और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के साथ एक खाका तैयार किया जा रहा है.

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फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ में पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ में पीएम मोदी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बातचीत के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस मित्र रक्षा क्षेत्र में सभावनाएं तलाशने के साथ-साथ अंतरिक्ष-आधारित समुद्री जागरूकता में सहयोग बढ़ा रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. हम पिछले 25 वर्षों की मजबूत नींव के आधार पर महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के साथ अगले 25 वर्षों का रोडमैप बना रहे हैं. इसके लिए साहसिक एवं महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं. इंडियन ऑयल और फ्रांस की टोटल कंपनी के बीच एलएनजी के आयात पर दीर्घकालिक समझौता हुआ है.इससे स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने के हमारे लक्ष्य मजबूत होंगे.'

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दोनों देशों ने लॉन्चर्स के क्षेत्र में संयुक्त विकास की योजना का भी ऐलान किया. जबकि न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड और एरियनस्पेस ने वाणिज्यिक लॉन्च सेवाओं पर सहयोग करने के उद्देश्य से पत्र पर हस्ताक्षर किए.

क्या है तृष्णा उपग्रह

भारत और फ्रांस ने पृथ्वी एवं महासागरों के तापमान पर नजर रखने और जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने की खातिर एक संयुक्त पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ‘तृष्णा’ के लिए समझौते पर हस्ताक्षर करके अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़े सहयोग की भी घोषणा की. दरअसल इसरो और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस ने जल चक्र की निगरानी के लिये तृष्णा (TRISHNA)  उन्नत उपग्रहों को विकसित करने में भागीदारी की है.

स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की ताकत

स्कॉर्पीन पनडुब्बियां बेहद शक्तिशाली प्लेटफॉर्म हैं, इसका रडार सिस्टम दुनिया से सबसे बेहतरीन में से एक है और यह इतनी उन्नत है कि रडार से बचने में सक्षम है. इस श्रेणी की पनडुब्बियां लंबी दूरी की गाइडेड टॉरपीडो के साथ-साथ युद्धपोत रोधी मिसाइलों से भी लैस है.  इन पनडुब्बियों में अत्याधुनिक सोनार सुइट और उत्कृष्ट परिचालन क्षमताओं का परिचय देने वाला सेंसर सूट मौजूद है.

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फ्रांस में चलेगा यूपीआई

दोनों पक्षों ने 2047 तक द्विपक्षीय संबंधों के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित करने के लिए एक होरिज़न 2047 रोडमैप जारी किया. प्रधान मंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की कि फ्रांस में भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI का इस्तेमाल किया जा सकेगा. फ्रांस ऐसा करने वाला पहला यूरोपीय देश है. पीएम मोदी ने भारत में हेलीकॉप्टर इंजन विकसित करने, स्पेयर पार्ट्स के उत्पादन और एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) सुविधाएं स्थापित करने की फ्रांसीसी कंपनियों की योजनाओं के बारे में भी बात की.

रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को फ्रांस से राफेल जेट के 26 नौसैनिक वेरिएंट खरीदने और तीन फ्रांसीसी-डिज़ाइन वाली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी. पीएम मोदी ने कहा, 'रक्षा सहयोग हमारे घनिष्ठ संबंधों का एक मजबूत स्तंभ रहा है. यह दोनों देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है. फ्रांस 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत पहल में एक महत्वपूर्ण भागीदार है...आज रक्षा अंतरिक्ष एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने की गुंजाइश है. हम भारत में फ्रांसीसी कंपनियों द्वारा एमआरओ सुविधाएं स्थापित करने, स्पेयर पार्ट्स के उत्पादन और हेलीकॉप्टर इंजन के विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हम इस पर अपने सहयोग को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे.'

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आतंकवाद का किया जिक्र

उन्होंने कहा, 'आज हम नई प्रौद्योगिकियों से संबंधित सह-विकास और सह-उत्पादन पर चर्चा करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों पक्ष मित्रवत तीसरे देशों के लिए भी सैन्य मंच तैयार कर सकते हैं. मोदी ने यह भी कहा कि भारत और फ्रांस असैन्य परमाणु क्षेत्र में संबंधों को आगे बढ़ाएंगे और छोटे एवं उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टरों के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे. आतंकवाद का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमारा मानना है कि सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जरूरत है और दोनों देश इस दिशा में और कदम उठाने पर सहमत हैं.'

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत और फ्रांस असैन्य परमाणु क्षेत्र में संबंधों को आगे बढ़ाएंगे और छोटे एवं उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टरों के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक साथ रहे हैं और हमारा मानना है कि सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जरूरत है और दोनों देश इस दिशा में और कदम उठाने पर सहमत हुए हैं.

 

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