तमिलनाडु के कोयम्बटूर समेत 11 जिलों में कोरोना लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) और अन्य बंदिशों की वजह से शराब की दुकानें (Liquor Shops) दो महीने से बंद थी. ये दुकानें दोबारा खुली तो कोयम्बटूर शहर में अलग ही नजारा देखने को मिला.
यहां शराब की दुकानों के बाहर कुछ लोग जश्न मनाते दिखाई दिए. नाचते-गाते इन लोगों ने शराब की दुकानों के बाहर बाकायदा नारियल फोड़े. इसके अलावा इन्होंने पटाखे भी छोड़े.
बता दें कि राज्य के कोयम्बटूर (Coimbatore) समेत 11 जिलों में कोविड-19 पॉजिटिव केसों (Covid Cases) की अधिक संख्या को देखते हुए सख्त लॉकडाउन (Lockdown) लागू था. वहीं राज्य के अन्य जिलों में कोविड-19 पॉजिटिव केसों के कम होने की वजह से पहले से ही कई छूट दे दी गई थीं. ऐसे में इन 11 जिलों में पुलिस ने मजबूत नाकाबंदी कर रखी थी जिससे लोगों को लॉकडाउन उल्लंघन का मौका न मिले.
तमिलनाडु में रविवार को 3,867 पॉजिटिव केस रिपोर्ट हुए. स्थिति बेहतर होने के बाद राज्य सरकार ने कुछ और छूट का एलान किया. इनमें कोयम्बटूर समेत 11 जिलों में शराब की दुकानें दोबारा खोलने का फैसला भी शामिल था.
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कोयम्बटूर में शराब की दुकानें खुलने पर कुछ लोग खुशी मनाते देखे गए. शराब की दुकानों के बाहर इन लोगों ने इस तरह रॉकेट, फुलझड़ियां छोड़े जैसे किसी त्योहार का जश्न मना रहे हों.
तमिलनाडु में डीएमके (DMK) सरकार की ओर से शराब की दुकानों को खोलने के फैसले पर सियासत भी तेज हो गई. बीजेपी (BJP) के बाद विपक्षी पार्टी एआईडीएमके (AIADMK) ने भी इस फैसले की कड़ी आलोचना की है. दिलचस्प बात ये है कि राज्य में पिछली एआईडीएमके सरकार ने जब महामारी के दौरान शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया था, तब विपक्ष में मौजूद डीएमके ने उसका जोरदार विरोध किया था.
हालांकि एमके स्टालिन (MK Stalin) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया है कि सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाएगा. साथ ही ऐसे किसी भी शख्स को शराब नहीं बेची जाएगी जिसने मास्क नहीं पहना हो. तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (TASMAC) / शराब की दुकानें दोबारा खोलने के पीछे ये भी वजह बताई गई है कि ऐसा करने से अवैध और नकली शराब की बिक्री की संभावना को खत्म किया जा सकेगा.
प्रमोद माधव