भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को अब दुनिया के कई देश स्वीकृति देने लगे हैं. जिस वैक्सीन को पहले WHO भी मंजूरी नहीं दे रहा था, अब कई देश आगे आकर इस वैक्सीन को मान्यता दे रहे हैं. बताया गया है कि कुल 110 देशों ने भारत की कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन को मंजूरी दे दी है.
कोरोना काल में भारत करेगा दुनिया की मदद
वहीं अभी इस समय भारत में टीकाकरण की स्थिति इतनी मजबूत है कि अब देश दूसरे मुल्कों को भी वैक्सीन एक्सपोर्ट करने पर विचार कर रहा है. खबर मिली है कि भारत की तरफ से COVAX मिशन में भी बड़ी मदद की जाएगी. जिन देशों में टीकाकरण अभी भी 35 प्रतिशत से कम है, उन्हें अतिरिक्त वैक्सीन देने पर विचार किया जा रहा है.
बूस्टर डोज पर सरकार का मन
अब एक तरफ भारत दुनिया की इस संकट में मदद करने जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ देश में अभी बूस्टर डोज को लेकर असमंजस का दौर देखने को मिल रहा है. कई विकसित देश अपने नागरिकों को बूस्टर डोज देने भी लगे हैं, ऐसे में भारत पर भी दवाब है. लेकिन अब सरकार ने इस मुद्दे पर भी अपना स्टैंड स्पष्ट कर दिया है. कहा जा रहा है कि सरकार वर्तमान में बूस्टर डोज के बारे में नहीं सोच रही है. सरकार के मुताबिक WHO ने भी बूस्टर डोज को असरदार नहीं माना है.
बच्चों की वैक्सीन पर अपडेट
एक और मुद्दा जिस पर बहस छिड़ी हुई है, वो बच्चों की वैक्सीन को लेकर है. डेडलाइन तो कई बार दी गई हैं, लेकिन सरकार अभी भी साफ नहीं कर पा रही है कि कब से बच्चों को टीका लग सकता है. अब खबर आ रही है कि सरकार किसी भी जल्दबाजी के मूड में नहीं है. बच्चों के टीकाकरण का मुद्दा एक एक्सपर्ट पैनल को सौंप दिया गया है. अब वहां से जो सुझाव आएंगे, उसके आधार पर सरकार अपना अगला कदम उठाएगी. ऐसे में बच्चों को वैक्सीन के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है.
स्नेहा मोरदानी