पाकिस्तान की ओर से जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर की गई गोलीबारी में घायल हुए बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के कांस्टेबल दीपक चिमनगाखम ने रविवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. शनिवार को हुई इस गोलीबारी में पहले ही एक सब-इंस्पेक्टर की शहादत हो चुकी है.
बीएसएफ ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि मणिपुर निवासी कांस्टेबल दीपक चिमनगाखम को 10 मई को जम्मू जिले के आरएसपुरा सेक्टर में गोलीबारी के दौरान गंभीर चोटें आई थीं. रविवार सुबह उन्होंने इलाज के दौरान शहादत प्राप्त की. बीएसएफ के महानिदेशक समेत सभी अधिकारियों और जवानों ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
आठ जवान घायल हुए थे
इससे पहले शनिवार को हुई पाकिस्तानी फायरिंग में बीएसएफ की 7वीं बटालियन के आठ जवान घायल हो गए थे. इनमें से सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज़ की रविवार को मौत हो गई थी. उनके सम्मान में रविवार को जम्मू के पलौरा स्थित फ्रंटियर मुख्यालय में सैन्य सम्मान के साथ श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को बिहार के सारण जिले के उनके पैतृक गांव नारायणपुर में होगा.
बीएसएफ ने बताया कि कांस्टेबल दीपक के लिए भी सोमवार को पलौरा में ही श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.
गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारतीय सेना ने 7 मई को शुरू किया था. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया.
लगातार चार दिन की कार्रवाई के बाद शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने का समझौता हुआ.
सूबेदार मेजर पवन कुमार का अंतिम संस्कार
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में शहीद हुए सूबेदार मेजर पवन कुमार का अंतिम संस्कार रविवार को उनके पैतृक गांव शाहपुर (जिला कांगड़ा) में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. शहीद के बेटे ने भावुक माहौल में अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान चारों ओर 'सूबेदार मेजर पवन कुमार अमर रहें' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारों से गूंज उठा.
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