भारत ने बुधवार को ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताते हुए बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम. रियाज हमीदुल्लाह को तलब किया. हाल ही में भारतीय उच्चायोग को एक धमकी मिली थी, जिसके बाद भारत ने इस मुद्दे पर बांग्लादेश सरकार से औपचारिक रूप से अपनी आपत्ति दर्ज कराई. हालांकि सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि धमकी किस तरह की थी, लेकिन इसे गंभीर सुरक्षा चिंता के रूप में देखा जा रहा है.
यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब एक दिन पहले बांग्लादेश में एक नेता ने भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों 'सेवन सिस्टर्स' को अलग-थलग करने की धमकी दी थी. इस बयान के बाद भारत की चिंताएं और बढ़ गई हैं, खासकर अपने राजनयिक मिशनों और वहां काम करने वाले अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर खतरा बढ़ गया है.
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गौरतलब है कि यह घटनाक्रम विजय दिवस के ठीक एक दिन बाद सामने आया. मंगलवार को भारत ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की 54वीं वर्षगांठ यानी विजय दिवस मनाया था.
इस ऐतिहासिक युद्ध में भारत ने बांग्लादेश की मुक्ति वाहिनी (मुक्ति योद्धाओं) के साथ मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, जिसका अंत दिसंबर 1971 में 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों के आत्मसमर्पण के साथ हुआ और बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र बना.
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दिल्ली में मंगलवार को बांग्लादेश उच्चायोग ने भी विजय दिवस मनाया था. इस मौके पर उच्चायुक्त एम. रियाज हमीदुल्लाह ने भारत-बांग्लादेश संबंधों को परस्पर हितों पर आधारित बताया था. उन्होंने कहा था कि दोनों देशों के बीच आपसी निर्भरता है और संबंध क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए अहम हैं.
प्रणय उपाध्याय