असम–मेघालय सीमा पर फिर हिंसक झड़प, एक की मौत और कई घायल, नाइट कर्फ्यू लागू

असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद फिर उभर आया है, जिससे प्रशासन को दोनों राज्यों में नाइट कर्फ्यू और सुरक्षा कड़ी करनी पड़ी. विवाद में वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले के लपांगाप गांव के पास धान काटने को लेकर हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत और कई घायल हुए.

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लापंगाप गांव में सीमा विवाद के दौरान हिंसक झड़प (Photo: ITG) लापंगाप गांव में सीमा विवाद के दौरान हिंसक झड़प (Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:25 PM IST

असम और मेघालय के बीच सीमा पर धान काटने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि प्रशासन को हालात पर नियंत्रण पाने के लिए दोनों राज्यों ने नाइट कर्फ्यू लगाया और साथ ही सुरक्षा में इजाफा किया. दोनों राज्यों के बीच सीमा पर हुई हिंसक झड़प में एक शख्स की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. 

झड़प मेघालय के वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले के लपांगाप गांव के पास गुरुवार को हुई. लपांगाप के गांव वाले, पुलिस के साथ, विवादित सीमा के पास धान काटने गए थे. लेकिन, असम के करबी समुदाय को ये रास नहीं आया. उन्होंने धान काटने का विरोध जताया. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. कहासुनी इतनी बढ़ी की यह हिंसा में तब्दील हो गई. 

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इस हिंसा में 45 साल के तहपट गांव के रहने वाले ओरिवेल तिमुंग की मौत हो गई. दोनों तरफ की पुलिस समेत कई लोग घायल हुए. 

इस घटना की मेघालय के डिप्टी सीएम (होम-पुलिस) प्रेस्टन टिनसोंग ने पुष्टि की है. लपांगाप में रात का कर्फ्यू लगाया गया. असम सरकार ने भी अपनी तरफ कर्फ्यू लागू किया.

दोनों राज्यों के चीफ सेक्रेटरी, DGP, DC और SP हालात पर नजर रख रहे हैं. लोगों से शांति बनाए रखने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है. 

क्यों है दोनों राज्यों के बीच सीमा पर विवाद?

दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद दशकों पुराना है. बात है साल 1972 की जब मेघालय असम से अलग राज्य बना. सीमा असम रीऑर्गेनाइजेशन एक्ट, 1971 के तहत तय हुई, जिसे मेघालय कई जगहों पर ऐतिहासिक आधार पर चुनौती देता है. दशकों बीत जाने के बावजूद 12 इलाके विवादित अभी भी हैं, जो लगभग 2,700 वर्ग किमी में फैले हैं. 

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हालांकि, 2022 में केंद्र की मौजूदगी में असम और मेघालय के बीच समझौता हुआ. जिसके तहत असम और मेघालय ने 12 में से 6 इलाकों पर समझौता किया. 36.79 वर्ग किमी विवादित ज़मीन को दोनों राज्यों के बीच बराबर बांटा गया. 

अभी भी कौन से इलाके हैं विवादित?

ब्लॉक I, ब्लॉक II, लंगपीह, देशदूमरिआह, खंडुली, नोंगवाह–मावतमुर अभी हल नहीं हुए और संवेदनशील हैं. इस बार हिंसा लपांगाप–तहपट क्षेत्र में हुई, जो ब्लॉक II में आता है, और यह सबसे संवेदनशील जोन में गिना जाता है. 

बता दें कि रात्रि कर्फ्यू कब तक जारी रहेगा इसे लेकर निश्चित अवधि घोषित नहीं हुई है. अधिकारियों का कहना है कि स्थिति सामान्य होने तक कर्फ्यू जारी रहेगा.

इनपुट: सारस्वत कश्यप

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