पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लग गया है. पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेज दिया है. उनके मुताबिक वे पार्टी के बाहर रहकर समाज की अब ज्यादा सेवा कर पाएंगे.
उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि मौजूदा परिस्थिति में और अपने सम्मान के मद्देनजर वे इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के बाहर रहकर वे अब समाज की ज्यादा सेवा कर पाएंगे. इस बात का भी जिक्र किया गया है कि पब्लिक लाइफ में सक्रिय रहने वाले हैं. लेकिन आगे उनका प्लान क्या है, इस पर कोई रोशनी नहीं डाली गई है.
अश्विनी कुमार ने अपने राजनीतिक सफर को लेकर भी बात की है. उन्होंने कहा है कि पार्टी में 46 साल उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया है. उनकी माने तो अब वे अपने स्वतंत्रता सेनानियों के पदचिन्हों पर चलना चाहते हैं. लोगों की भलाई के लिए कुछ करना चाहते हैं. चिट्ठी के अंत में उनकी तरफ से सोनिया गांधी के अच्छे स्वास्थ्य की बात कही गई है.
अब कांग्रेस पार्टी से एक और दिग्गज जाना बड़ा झटका माना जा रहा है. हाल ही में यूपी चुनाव से ठीक पहले आरपीएन सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. उन्होंने कहा था कि ये पुरानी वाली कांग्रेस नहीं रही है. अब सम्मान की बात कहकर अश्विनी कुमार ने भी इस्तीफा दिया है. अभी के लिए उन्होंने किसी दूसरी पार्टी में जाने की बात तो नहीं की है, लेकिन मना भी नहीं किया है, अटकलों का दौर जारी है.
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि अश्विनी कुमार पंजाब से राज्यसभा सांसद थे. ऐसे में अब जब पंजाब चुनाव होने जा रहे हैं, पार्टी को इससे कुछ नुकसान भी हो सकता है. इसके अलावा अश्विनी कुमार हमेशा से सोनिया गांधी के करीबी माने गए हैं. कई मौकों पर उन्होंने कांग्रेस हाईकमान का बचाव किया है. जब जी 23 की वजह से पार्टी में अंदरूनी लड़ाई तेज हो गई थी, तब भी अश्विनी कुमार ने हाईकमान का खुलकर बचाव किया था.
हिमांशु मिश्रा