चीन से तनातनी के बीच आज शुक्रवार को आर्मी चीफ जनरल नरवणे (MM Naravane) लद्दाख जा रहे हैं. अपने दो दिनों के दौरे पर वह सीमा पर तैनात जवानों से मिलेंगे और बॉर्डर पर तैयारियों का जायजा लेंगे. बता दें कि लद्दाख में चीन के साथ पिछले साल मई से तनातनी जारी है, जिसका अबतक कोई स्थाई समाधान नहीं निकला है.
सेना ने बताया है कि आर्मी चीफ मौजूदा सुरक्षा स्थिति और संचालन संबंधी तैयारियों का जायजा लेंगे. इसके साथ-साथ वह उन जवानों से भी बात करेंगे जो वहां दुर्गम इलाके और खतरनाक मौसम में तैनात रहते हैं.
इससे पहले गुरुवार को एक कार्यक्रम में थल सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने कहा था कि भारत और चीन के बीच सीमा पर घटनाएं तब तक होती रहेंगी, जब तक कि दोनों देशों के बीच सीमा समझौता नहीं हो जाता.
डिसएंगेजमेंट पर चीन संग चल रही बात
लद्दाख में ताजा स्थिति की बात करें तो वहां गलवान, गोगरा और पेंगौंग त्सो में डिसएंगेजमेंट हो चुका है. हॉट स्प्रिंग और पीपी-15 इलाके में स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण है. भारत और चीन की सेना के बीच 12 राउंड की बातचीत हो चुकी है लेकिन विवाद पूरी तरह से खत्म होने का अभी नाम नहीं ले रहा है. दरअसल, भारत ने चीन के समक्ष देपसांग और डेमचोक का भी मुद्दा उठाया है जहां तनाव है. इनपर सहमति अभी नहीं बन पा रही है.
बता दें कि भारत और चीन के बीच मौजूदा सीमा गतिरोध पिछले साल मई में पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद शुरू हुआ था. यह तनाव पिछले साल 15 जून को गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद यह गतिरोध बढ़ गया था. देखते ही देखते LAC के पास दोनों देशों के हजारों सैनिक, भारी हथियारों की तैनाती हो गई थी. भारत-चीन सीमा विवाद 3,488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर है.
अभिषेक भल्ला