बजट सत्र के दूसरे चरण की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई. संसद के दोनों सदनों में सत्ताधारी एनडीए का नेतृत्व कर रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. बीजेपी की ओर से लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने मोर्चा संभाल रखा था.
इसे लेकर अब लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है. अधीर रंजन ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के बयान के कुछ हिस्सों को हटाने की मांग की है जिनमें राहुल गांधी को लेकर कुछ टिप्पणियां की गई हैं. उन्होंने स्पीकर को पत्र लिखकर कहा है कि रक्षा मंत्री ने हमारे नेता राहुल गांधी को लेकर प्रश्नकाल के दौरान कुछ टिप्पणियां कीं जो उनकी ब्रिटेन में दी गई स्पीच को लेकर हैं.
अधीर रंजन चौधरी ने अपने पत्र में लिखा है कि संसदीय कार्य मंत्री ने भी इस मुद्दे को उठाया. संसदीय कार्य मंत्री ने जो टिप्पणियां कीं, वो असंसदीय हैं. उन्होंने नियम 352 और 353 का हवाला देते हुए लिखा है कि किसी भी सदस्य पर स्पीकर को नोटिस दिए बगैर किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगा सकता.अधीर रंजन ने नियम 357 का भी उल्लेख किया है.
उन्होंने स्पीकर को लिखे अपने पत्र में लिखा है कि अगर सदन के किसी सदस्य पर कोई आरोप लगता है तो स्पीकर उससे व्यक्तिगत रूप से स्पष्टीकरण मांग सकते हैं. उन्होंने कहा है कि आज दोनों ही मंत्रियों ने हमारे नेता पर बिना कोई नोटिस दिए टिप्पणियां कीं. इसे देखते हुए मेरी मांग है कि राजनाथ सिंह और प्रह्लाद जोशी की टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही से बाहर किया जाए.
राजनाथ और प्रह्लाद जोशी ने क्या की थी टिप्पणी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी पर हमला बोला था. राजनाथ सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी लंदन जाकर कहते हैं कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं. वे कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए वैश्विक ताकतों को आगे आना चाहिए. उन्होंने राहुल गांधी के बयान को भारतीय लोकतंत्र पर कुठाराघात बताते हुए सदन से इसकी निंदा करने की मांग की और कहा कि उन्हें (राहुल गांधी को) सदन से माफी मांगने के निर्देश दिए जाने चाहिए.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में तब था जब मौलिक अधिकार छिन लिए गए, जब मनमोहन सिंह सरकार के समय ऑर्डिनेंस फाड़ा गया. प्रह्लाद जोशी ने भी कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था. इसे लेकर अब लोकसभा में विपक्ष के नेता ने स्पीकर को पत्र लिखा है.
राज्यसभा में खड़गे ने भी की यही मांग
गौरतलब है कि राज्यसभा में भी सदन के नेता पीयूष गोयल ने राहुल गांधी के बयान को लेकर उन पर, कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला था. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीयूष गोयल की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए सभापति जगदीप धनखड़ से नियमों का हवाला देते हुए ये मांग की थी कि इन टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही से बाहर निकाला जाए.
अशोक सिंघल