'आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज हम चर्चा करेंगे अफगानिस्तान मसले पर. चर्चा होगी क्या चीन और पाकिस्तान के बिना अफगानिस्तान मसले का हल निकाल पाएंगे? इसके साथ ही चर्चा होगी क्या अटॉर्नी जनरल एपीएस देओल के इस्तीफ़े से थमेगा पंजाब कांग्रेस का कलह? और डेंगू का कौन सा स्ट्रेन है सबसे ख़तरनाक? टी20 सीरीज़ के लिए बनी भारतीय टीम में कितना दम है? सुनिए पॉडकास्ट पर...
आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं.
1. अफगानिस्तान NSA लेवल बातचीत का एजेंडा क्या?
15 अगस्त तारीख़ थी, हमारे यहां आज़ादी का जश्न था. तो पड़ोसी देश अफगानिस्तान में दहशत और जश्न दोनों था. जश्न तालिबानी लड़ाकों में कि उनका कब्ज़ा हो गया था, वहीं दहशत मासूम अफगानी समाज में जो तालिबान के आने से ख़ौफ़ज़दा थे लेकिन तब से अब तक गंगा में बहुत पानी बह चुका है, उन्होंने सरकार बना ली. रह-रह के वहाँ से सुरक्षा के खतरें, कुछ धमाके और मानवीय मदद की गुहार लगाने की रिपोर्ट्स आती रहती हैं. बतौर पड़ोसी भारत का भी, वहाँ पर एक बढ़िया स्टेक रहा है. इन सब कहानियों/घटनाक्रमों के बीच दिल्ली में आज आठ देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की एक बैठक होनी है. नाम दिया गया है, दिल्ली डायलॉग. अफगानिस्तान और तालिबान पर केंद्रित इस बैठक की मेजबानी कर रहा है, भारत. इसके लिए पाकिस्तान, चीन समेत रूस, ईरान, कजाकिस्तान,किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान को आमंत्रित किया गया था. लेकिन पाकिस्तान ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था जिस पर हम बातचीत भी पहले कर चुके हैं, और फिर ख़बर आई कि चीन ने भी इस बैठक से दूरी बना ली, एकदम एन मौके पर. बहरहाल, एक्स डिप्लोमेट्स का कहना है कि दिल्ली रीजनल सिक्योरिटी डायलॉग को एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जाना चाहिए. तो ऐसा क्यों और आज के बैठक का एजेंडा क्या है? क्या पाकिस्तान-चीन के बिना जो ये 8 देश मिल रहे हैं वो क्या किसी आउटकम को अचीव कर पायेंगे?
2. क्या पंजाब कांग्रेस में सब ठीक हो गया?
पंजाब कांग्रेस में चल रही अंतर्कलह को फिलहाल विराम लगने के आसार नज़र आ रहे हैं. कल शाम को मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने प्रेसकोंफ्रेंस कर बताया कि पंजाब कैबिनेट ने एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. ख़ास बात ये थी कि इस दौरान सिद्धू उनके बगल में बैठे थे. सिद्धू लगातार एडवोकेट जनरल के इस्तीफ़े की मांग पर अड़े थे. और एडवोकेट जनरल एपीएस देओल ने एक नवंबर को पद से इस्तीफा भी दे दिया था लेकिन सीएम चन्नी इसे शुरुआत में स्वीकार करने से इनकार कर दिया था . इसी के बाद पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धू और उनके बीच की तनातनी और बढ़ गई थी. बहरहाल, अब सीएम ने देओल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसी के साथ पंजाब कांग्रेस में जो रार ठनी हुई थी, उसके भी समाप्ति के आसार दिख रहे हैं. एक तरफ तो इस पूरे प्रकरण को समझौते की दृष्टि से देखा जा रहा है कि चलो मामला सुलझाने को , मामला बैलेंस करने को, चुनावी समय मे आंतरिक मुश्किलें कम करने को एडवोकेट जनरल को हटाने का ये फैसला लिया गया है. लेकिन दूसरी तरफ इसे सिद्धू की पहली सियासी जीत के तौर पर भी देखा जा रहा है. तो अब इस फैसले का आना किस लिहाज से ये सिद्धू की जीत है और क्या ये माना जाए कि चन्नी के इस फैसले के बाद पंजाब कांग्रेस में चीजें ठीक हो गई हैं?
3. डेंगू का कौन सा स्ट्रेन सबसे खतरनाक?
डेंगू इन दिनों पूरे देश में ही तेज़ी से फैल रहा है. राजधानी दिल्ली में ही एक हफ्ते में डेंगू के हजार से ज्यादा मरीज सामने आए हैं. यूपी में भी 2016 के बाद इस साल सबसे ज्यादा मामले मिले हैं. पंजाब में तो हालात इस कदर बुरे हो गए हैं कि यहां पैरासिटामोल की कमी पड़ गई है. राजस्थान में भी डेंगू की तबाही जारी है. वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी 1100 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं जिस वजह से यहां डेंगू मरीजों के लिए स्पेशल वार्ड बनाए गए हैं. तो डेंगू के कौन से स्ट्रेन्स हैं, कौन सबसे ख़तरनाक है?
4. टी-20 टीम में कितना दम?
टी-20 विश्व कप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम आगामी 17 नवंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलने वाली है. इसके लिए बीसीसीआई ने मंगलवार को 16 सदस्यीय टीम का ऐलान किया जिसमें कुछ नए चेहरों को जगह दी गई है तो वहीं विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन करने की वजह से कुछ खिलाड़ियों को टीम से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया गया. अब इस पूरे चयन प्रक्रिया के बाद क्रिकेट के गलियारों में तरह-तरह के सवाल घुमने लगे और उसमें सबसे प्रमुख यही सवाल था कि क्या बीसीसीआई की सलेक्शन बोर्ड टी20 टीम भविष्य को देखते हुए टीम के साथ कोई एक्पेरिमेंट कर रही है? और क्या ये एक्सपेरिमेंट भारतीय टीम के लिए कारगर साबित होगा?
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