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Rajnath Singh INS Khanderi Sortie: 'अखंड, अभेद्य, अदृश्य' है वो हमलावर पनडुब्बी, जिसमें राजनाथ सिंह ने बिताए 4 घंटे

ऋचीक मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 27 मई 2022,
  • अपडेटेड 6:23 PM IST
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केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने आज यानी 27 मई 2022 को भारतीय नौसेना (Indian Navy) के आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) पनडुब्बी में सॉर्टी लेने पहुंचे. यानी उन्होंने इसमें समुद्र के अंदर यात्रा की. युद्ध की तैयारियों का जायजा लिया. तकनीकी जानकारियों को समझा. कलवारी क्लास (Kalvari Class) सबमरीन की छह पनडुब्बियों में से यह दूसरी पनडुब्बी है.  राजनाथ सिंह ने कर्नाटक के करवर में स्थित नौसैनिक पोर्ट पर जाकर करीब चार घंटे तक इस पनडुब्बी में बिताया. इसकी स्टेल्थ क्षमताओं के बारे में जानकारी ली. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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राजनाथ सिंह के साथ चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल आर. हरि कुमार (Chief of Naval Staff Admiral R Hari Kumar) और अन्य सीनियर अधिकारी भी थे. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे आधुनिक, भरोसेमंद और ताकतवर सेना है. भारतीय नौसेना द्वारा मांगी गई 41 जंगी जहाजों और पनडुब्बियों में से 39 स्वदेशी हैं. यह आत्मनिर्भर भारत की पहचान हैं. आइए अब जानते हैं कि आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) की ताकत क्या है. ये दुश्मन को कैसे गहरे समुद्र में डुबा सकती है. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) को मुंबई स्थित मझगांव डॉक यार्ड ने बनाया है. इसे 12 जनवरी 2017 में लॉन्च किया गया था. यह 28 सितंबर 2019 को भारतीय नौसेना में कमीशन की गई थी. इसका ध्येय वाक्य 'अखंड अभेद्य अदृश्य' (Akhand Abhedya Adrishya) है. इसका नाम छत्रपति शिवाजी के किले खंडेरी के नाम पर रखा गया है. इस नाम की एक पनडुब्बी 1968 से 1989 तक भारतीय नौसेना में पहले भी थी. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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डीजल-इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) की लंबाई 221 फीट है. इसका बीम 20 फीट लंबा है. ऊंचाई 40 फीट है. सतह पर इसका वजन 1615 टन रहता है. जबकि पानी के अंदर यह बढ़कर 1775 टन हो जाता है. यह सतह पर 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है, जबकि पानी के अंदर इसकी बढ़कर 37 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाती है. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) की अगर 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलती है तो इसकी रेंज 12 हजार किलोमीटर होती है. वहीं पानी के अंदर 7.4 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से 1020 किलोमीटर तक जा सकती है. यह पानी के अंदर 50 दिनों तक रह सकती है. अधिकतम 1150 फीट की गहराई तक जा सकती है. इसके अंदर 8 अधिकारी और 35 नाविक रहते हैं. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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इसमें C303/S एंटी-टॉरपीडो काउंटरमेजर सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर लगा है. जो अत्याधुनिक और सटीक है. यह बताता है कि दुश्मन किधर से टॉरपीडो दाग रहा है. उसे कब नष्ट करना है. इसके अलावा इसमें 6x533 mm की टॉरपीडो ट्यूब्स लगी हैं. जिसमें 18 टॉरपीडोस दागी जा सकती हैं. (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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इसके अलावा आईएनएस खंडेरी (INS Khanderi) में SM.39 एक्सोसेट एंटी-शिप मिसाइल लगाई गई हैं. अगर टॉरपीडो हटा दें तो 30 बारूदी सुंरगें इसके जरिए तैनात की जा सकती हैं. यानी दुश्मन की पनडुब्बी या टॉरपीडो या फिर जहाज इनसे टकरा कर ध्वस्त हो जाएंगे.  (फोटोः PRO Defence Mumbai)

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