दिल्ली, गुजरात और यूपी से पिछले कुछ दिनों से रूला देने वाली दर्दनाक तस्वीरें आ रही हैं. आम आदमी को जिन हालातों से गुजरना पड़ रहा है, उसे बयान करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे. बड़े बुजुर्गों को याद नहीं आ रहा कि देश के इतिहास में क्या उन्होंने कभी इतना बुरा वक्त देखा है. अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करती अर्थियों की लाइन, ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए रोते मरीज के रिश्तेदार, ऑटो में बैठाकर अपने मरीज की सांसे जिंदा रखने की कोशिश करते घरवाले .सोशल मीडिया पर आम आदमी छोड़िए, अपनों को बेड दिलाने की गुहार लगाते नामदार और रसूखदार लोग. कोरोना की दूसरी लहर से छा गए इस दुख-दर्द के अंधेरे की बीच मुंबई आशा की किरण दिखा रही है. इस बीच महाराष्ट्र और मुंबई के लिए आज कोरोना के नए केसों के आंकड़े बहुत राहत देने वाले हैं. मुंबई में तो पिछले कई दिनों से लगातार नए केसों की संख्या कम हो रही है. इसे मिनी लॉकडाउन का असर माना जा रहा है. मुंबई में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3876 केस आए हैं, जबकि 4 अप्रैल को 11 हजार से ज्यादा केस आए थे.
Mumbai may have turned the corner in its fight against the COVID-19 pandemic as only 3,876 cases were reported on Monday. Why are Covid-19 cases going down in Mumbai? To know watch, what says Dr. Shashank Joshi, a member of the Maharashtra government's COVID-19 task force and a renowned endocrinologist.