यवतमाल जिले के एक गांव में सामने आए एक हैरान करने वाले मामले ने बड़े साइबर फ्रॉड की आशंका खड़ी कर दी है. सिर्फ 1,500 की आबादी वाले गांव में तीन महीनों के भीतर 27,397 जन्म दर्ज कर लिए गए. यह चौंकाने वाला मामला यवतमाल जिले की आर्णी तहसील के शेंदुरसानी ग्राम पंचायत से सामने आया है.
साइबर फ्रॉड की आशंका
सितंबर से नवंबर के बीच सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम में इतनी बड़ी संख्या में जन्म दर्ज होने का खुलासा हुआ. मामले को और गंभीर बनाता है यह तथ्य कि शेंदुरसानी ग्राम पंचायत की सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम आईडी मुंबई से जुड़ी हुई पाई गई. इससे यह संकेत मिला कि इसके पीछे संगठित और तकनीकी रूप से सक्षम साइबर अपराधी हो सकते हैं.
मामले के सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को यवतमाल शहर पुलिस थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. सरकारी निर्देशों के तहत देर से किए गए जन्म और मृत्यु पंजीकरण की जांच का विशेष अभियान चलाया जा रहा था.
रिकॉर्ड में मिले 27,397 जन्म और 7 मृत्यु
इसी दौरान आर्णी के स्वास्थ्य विभाग के विस्तार अधिकारी को सॉफ्टवेयर में सितंबर से नवंबर 2025 के बीच 27,397 जन्म और सात मृत्यु के रिकॉर्ड मिले. यह संख्या गांव की वास्तविक आबादी की तुलना में बेहद असामान्य थी. जानकारी मिलते ही जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंदर पाटकी को सूचित किया.
इसके बाद पंचायत विभाग के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई गई. समिति ने शेंदुरसानी गांव जाकर मौके पर जांच की. जांच में सामने आया कि दर्ज किए गए 27,397 जन्म और सात मृत्यु ग्राम पंचायत के अधिकार क्षेत्र से बाहर के हैं और इन्हें बेहद संदिग्ध माना गया.
किरीट सोमैया ने किया ट्वीट
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने अपने ट्वीट में इस मामले को उठाया है. उन्होंने कहा, 'सितंबर 2025 में सिर्फ 1,500 की आबादी वाले इस गांव में 27,397 बर्थ रजिस्ट्रेशन किए गए, जिनमें से ज्यादातर लोग 18 साल से ऊपर के हैं और महाराष्ट्र के निवासी नहीं हैं.' किरीट सोमैया के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. उन्होंने इसे 'देश का सबसे बड़ा बर्थ सर्टिफिकेट स्कैम' करार दिया है.
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