महाराष्ट्र में सांगली जिले के कुपवाड़ शहर में वट पूर्णिमा की रात दिल दहला देने वाला कांड सामने आया, जिसने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया. यहां एक ओर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर वटवृक्ष (बरगद) की पूजा कर रही थीं, वहीं दूसरी ओर एक नवविवाहिता ने अपने पति की बेरहमी से हत्या कर दी. यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब इंदौर का राजा रघुवंशी हत्याकांड पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है.
जानकारी के अनुसार, कुपवाड़ के प्रकाश नगर स्थित एकता कॉलोनी में रहने वाले 45 वर्षीय अनिल तानाजी लोखंडे की शादी 27 वर्षीय राधिका बालकृष्ण इंगले से हुई थी. राधिका ने 11 से 12 जून की रात कुल्हाड़ी से अपने पति अनिल की हत्या कर दी. कुल्हाड़ी से अनिल के सिर और हाथ पर किया गया, जिससे मौके पर ही मौत हो गई.
घटना की सूचना मिलने के बाद कुपवाड़ औद्योगिक एस्टेट पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जायजा लिया. पुलिस ने राधिका को हिरासत में ले लिया है. हत्या के पीछे की असली वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ में जुटी है.
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अनिल लोखंडे की यह दूसरी शादी थी. उनकी पहली पत्नी की कैंसर से मौत हो गई थी. पहली शादी से उनकी दो बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. पेट की बीमारी से परेशान अनिल अकेले रहते थे. रिश्तेदारों की सलाह पर उन्होंने दूसरी शादी सतारा जिले के वादी गांव की राधिका इंगले से 17 मई 2025 को की थी, लेकिन महज एक महीने के अंदर ही यह वारदात हो गई.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में वट पूर्णिमा को करवाचौथ की तरह महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है, जिसमें विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और सात जन्मों तक साथ रहने की कामना करती हैं. लेकिन इस रात राधिका ने अपने पति की सांसें ही रोक दीं. कुपवाड़ एमआईडीसी पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया कि राधिका को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. हत्या के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है.
प्रबोधिनी चिखलीकर