सालों पहले भारत से विदेश ले जाए गए बेशकीमती सामानों को दोबारा भारत लाने की कोशिशें जारी हैं. इस क्रम में अब महाराष्ट्र सरकार ब्रिटेन से छत्रपति शिवाजी महाराज की तलवार और धातु के पंजे वापस लाने का प्रयास कर रही है.
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार अगले महीने ब्रिटेन का दौरा करने वाले हैं. दौरे का उद्देश्य उस तलवार और पंजे को वापस लाना है, जिनका इस्तेमाल 17वीं शताब्दी में छत्रपति शिवाजी महाराज ने जंग के समय किया था.
अगले महीने करेंगे ब्रिटेन का दौरा
मुनगंटीवार ने कहा कि वह जून में ब्रिटेन का दौरा करेंगे और एमओयू को अंतिम रूप देने और आगे की कार्रवाई तय करने के लिए मामले को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे.
MOU पर हस्ताक्षर होना बाकी
उन्होंने बताया कि 'जगदंबा' तलवार और वाघ नख के संबंध में पहले ही ब्रिटिश उप उच्चायुक्त से बातचीत की गई थी. इस संबंध में एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर होना बाकी है.
शिवाजी ने कब किया था इस्तेमाल?
बता दें कि धातु के पंजे एक ऐसा धारदार हथियार होता है, जिसे हथेली के नीचे छुपाने के हिसाब से डिजाइन किया जाता है. इसमें क्रॉसबार से जुड़े 4 या 5 घुमावदार ब्लेड होते हैं. इसे 'वाघ नख' भी कहा जाता है. शिवाजी महाराज ने बीजापुर सल्तनत के सेनापति अफजल खान को मारने के लिए इसका इस्तेमाल किया था.
मंत्री ने बैठक के बाद क्या बताया?
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने 16 अप्रैल को पश्चिमी भारत के ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एलन जेम्मेल और राजनीतिक और द्विपक्षीय मामलों के उप प्रमुख इमोजेन स्टोन के साथ बैठक की थी.
100 से ज्यादा कार्यक्रम करेगी सरकार
सांस्कृतिक मामलों के मंत्री के मुताबिक छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है. इस साल 2 जून से शुरू होने वाले इस आयोजन के लिए राज्य में 100 से ज्यादा कार्यक्रम किए जाएंगे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शिवाजी महाराज के वंशज महाराज को भी कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया जाएगा. कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने की कोशिश भी की जा रही है, लेकिन इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है.
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