ठाणे में कपड़ा व्यापारियों से ढाई करोड़ की ठगी, पैसे दिए बिना फरार

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी में कपड़ा व्यापारियों के साथ 2.5 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. तीन आरोपियों ने जुलाई-अगस्त के बीच बड़े ऑर्डर देकर माल मंगवाया लेकिन भुगतान किए बिना फरार हो गए. 66 साल के व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. आरोपी पालघर और गुजरात के सूरत के रहने वाले बताए जा रहे हैं.

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कारोबारियों को लगाया ढाई करोड़ का चूना (Photo: AI Generated) कारोबारियों को लगाया ढाई करोड़ का चूना (Photo: AI Generated)

aajtak.in

  • ठाणे,
  • 06 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

महाराष्ट्र के भिवंडी में कपड़ा व्यापारियों से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिन्होंने छह कपड़ा व्यापारियों से लगभग 2.5 करोड़ रुपये के कपड़े मंगवाए और फिर भुगतान किए बिना फरार हो गए.

भिवंडी पुलिस के मुताबिक, यह पूरा मामला जुलाई से अगस्त 2024 के बीच का है. तीनों आरोपियों ने खुद को बड़ा व्यापारी बताकर स्थानीय कपड़ा कारोबारियों से बड़ी मात्रा में कपड़ा ऑर्डर किया था. व्यापारियों ने भरोसे में आकर माल की आपूर्ति कर दी लेकिन जब भुगतान का समय आया, तो आरोपी पहले टालमटोल करते रहे और फिर मोबाइल फोन बंद करके संपर्क से गायब हो गए.

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कपड़ा कारोबारियों से ठगी

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक भिवंडी थाने के सीनियर इंस्पेक्टर जनार्दन सोनवणे ने बताया कि इस मामले में एक 66 साल के कपड़ा व्यापारी ने सबसे पहले शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद अन्य पांच पीड़ित व्यापारी भी सामने आए. पुलिस जांच में पता चला कि तीनों आरोपी अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं. एक आरोपी महाराष्ट्र के पालघर जिले का निवासी है, जबकि बाकी दो गुजरात के सूरत शहर के बताए जा रहे हैं.

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) और 3(5) (साझा मंशा) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है. 

मामले की जांच मे ंजुटी पुलिस

हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस ने कहा है कि आरोपियों की लोकेशन ट्रेस करने और ठगी की रकम का पता लगाने के लिए साइबर टीम की मदद ली जा रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी पहले भी कई राज्यों में कपड़ा व्यापारियों को इसी तरह का झांसा दे चुके हैं. यह भी शक है कि उनके पीछे एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा है जो छोटे व्यापारियों को टारगेट करता है.

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