उद्धव की मुलाकात के बाद संजय राउत ने पढ़े PM मोदी के कसीदे

संजय राउत ने कहा कि मेरा मानना ​​है कि नरेंद्र मोदी देश और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता हैं. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि पिछले 7 सालों में भारतीय जनता पार्टी को जो सफलता मिली है, वह सिर्फ नरेंद्र मोदी की वजह से है.

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संजय राउत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संजय राउत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

aajtak.in

  • मुंबई ,
  • 10 जून 2021,
  • अपडेटेड 10:00 PM IST
  • संजय राउत ने की PM मोदी की तारीफ
  • PM मोदी को बताया देश का टॉप लीडर

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उद्धव और प्रधानमंत्री मोदी के बीच करीब 40 मिनट वन-टू-वन मीटिंग हुई. इस बीच अब शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की है. उन्होंने प्रधानमंत्री को देश का सबसे बड़ा नेता करार दिया है. 

संजय राउत ने कहा कि "मेरा मानना ​​है कि नरेंद्र मोदी देश और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता हैं. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि पिछले 7 सालों में भारतीय जनता पार्टी को जो सफलता मिली है, वह सिर्फ नरेंद्र मोदी की वजह से है."

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बता दें कि दो दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी. उनके साथ राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार, मंत्री अशोक चव्हाण भी मौजूद थे. लेकिन इससे ज्यादा चर्चा उद्धव और पीएम मोदी के बीच हुई 40 मिनट की मीटिंग को लेकर रही.

इस मीटिंग के बाद उद्धव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ अभी भी उनके रिश्ते कायम हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक तौर पर तो हम उनके (बीजेपी व मोदी) साथ नहीं हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हमारा संबंध टूट गया.

माना जा रहा है कि इस मुलाकात के जरिए उद्धव एनसीपी को कुछ संदेश देना चाह रहे थे. वैसे भी राज्य में बीजेपी पर तीखे वार करने वाले उद्धव आमतौर पर प्रधानमंत्री पर नरम नजर आते हैं. हालांकि, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव के बीच हुई मुलाकात पर उन सभी अटकलों को खारिज कर दिया है जिसमें महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार पर खतरा होने के दावे किए गए.

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शरद पवार ने कहा कि शिवसेना कभी वादाखिलाफी नहीं करती, जिसकी वजह से कोई अटकलें ना लगाएं. पवार ने ये भी संकेत दिए कि सरकार के पांच साल पूरे होने के बाद भी उनकी पार्टी शिवसेना के साथ रह सकती है.

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