Maharashtra: 500 km तैरकर रत्नागिरी पहुंचा ऑलिव रिडले कछुआ, गुहागर समुद्र तट पर दिए 120 अंडे

रत्नागिरी के गुहागर समुद्र तट पर एक ऑलिव रिडले कछुआ दिखाई दिया जिसने समुद्र में 3500 किलोमीटर का लंबा सफर तय किया. यह कछुआ ओडिशा के गार्मेथ मरीन से श्रीलंका होते हुए महाराष्ट्र पहुंचा और यहां 120 अंडे दिए. धातु टैग के जरिए ट्रैक किए गए इस कछुए को पहली बार 2021 में टैग किया गया था.

Advertisement
गुहागर समुद्र तट पर एक ऑलिव रिडले कछुआ दिखा गुहागर समुद्र तट पर एक ऑलिव रिडले कछुआ दिखा

aajtak.in

  • रत्नागिरी ,
  • 17 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 8:02 PM IST

रत्नागिरी के गुहागर समुद्र तट पर एक ऑलिव रिडले कछुआ दिखाई दिया जिसने समुद्र में 3500 किलोमीटर का लंबा सफर तय किया. यह कछुआ ओडिशा के गार्मेथ मरीन से श्रीलंका होते हुए महाराष्ट्र पहुंचा और यहां 120 अंडे दिए. धातु टैग के जरिए ट्रैक किए गए इस कछुए को पहली बार 2021 में टैग किया गया था.

महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के गुहागर समुद्र तट पर एक दुर्लभ ऑलिव रिडले कछुआ देखा गया जिसने लगभग 3500 किलोमीटर की समुद्री यात्रा तय की. यह कछुआ ओडिशा के गार्मेथ मरीन तट से निकला और श्रीलंका होते हुए रत्नागिरी के तट पर पहुंचा.

Advertisement

गुहागर समुद्र तट पर मिला ऑलिव रिडले कछुआ

इस कछुए को सबसे पहले 31 जनवरी को 'कछुआ मित्र' नामक संरक्षण समूह ने मेटल टैग के जरिए चिह्नित किया था, जो मैन ग्रो फाउंडेशन के तहत काम करता है.  इस टैग में कछुए का एक यूनिक मेटल आईडी नंबर दर्ज था. इसके बाद 21 मार्च, 2021 को उसे उड़ीसा तट पर ट्रैक किया गया था.

गुहागर समुद्र तट पर पहुंचकर इस कछुए ने कुल 120 अंडे दिए. रत्नागिरी वन विभाग ने पुष्टि की है कि समुद्री कछुए की यह यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जैव विविधता संरक्षण और समुद्री जीवन पर शोध के लिए अहम जानकारी प्रदान करती है.

दुर्लभ ऑलिव रिडले कछुआ ने दिए 120 अंडे

नेट कनेक्ट फाउंडेशन के डायरेक्टर कुमार के अनुसार, वर्तमान में मेटल टैगिंग से केवल स्थान और टैगिंग की तारीख की जानकारी मिलती है, लेकिन यह भी कछुओं की यात्रा को समझने के लिए काफी मददगार है. यह घटना न केवल समुद्री जीवन की जटिलता को दर्शाती है, बल्कि समुद्री संरक्षण प्रयासों की भी सफलता को उजागर करती है.
 

Advertisement

(रिपोर्ट- गोकुल कुंबले)

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement