प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेता शेख हुसैन ने माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं बोला है. इसलिए माफी मांगने का सवाल ही पैदा नहीं होता. अपने बचाव में शेख हुसैन ने बुधवार को खुद सामने आकर स्पष्टीकरण दिया.
शेख हुसैन ने कहा कि कांग्रेस के आंदोलन के दौरान उन्होंने भाषण दिया था. इस दौरान उन्होंने जो बात कही थी, वह पार्टी के हित में कही थी. पार्टी का जो कहना है वही मैंने बोला था. अब आगे पार्टी जो कहेगी, वही करूंगा. शेख हुसैन ने अब अपनी टिप्पणी को मुहावरे से भी जोड़ दिया और कहा कि 'किसी कुत्ते की तरह मौत होगी' एक मुहावरा है. उन्होंने आगे कहा कि मैंने भाषण में जो कहा था, वह प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं था, बल्कि एक मुहावरे के तौर पर कहा था.
नागपुर में एफआईआर दर्ज की गई...
गौरतलब है कि शेख हुसैन के विवादित बयान के बाद मंगलवार रात बीजेपी ने नागपुर के गिट्टीखदान पुलिस स्टेशन में शेख हुसैन के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. नागपुर पुलिस ने धारा 294 और 504 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. हालांकि, पुलिस ने अब तक शेख हुसैन की गिरफ्तारी या पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है.
कौन है शेख हुसैन?
शेख हुसैन नागपुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. 2002 से 2007 तक नागपुर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. उसके बाद उन्होंने प्रदेश महासचिव का पद भी संभाला. कुछ सालों तक वे नागपुर के प्रसिद्ध सूफी संत ताजुद्दीन बाबा की दरगाह के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
शेख हुसैन का विवादों से पुराना नाता
शेख हुसैन फ्रूट के बडे़ कारोबारी भी हैं. नागपुर में परिवार के साथ रहते हैं. शेख हुसैन का विवादों से पुराना नाता रहा है. कुछ साल पहले उन पर हमला भी हुआ था. नागपुर के प्रसिद्ध बड़ा ताजबाग ट्रस्ट के वो ट्रस्टी रह चुके हैं, उस दौरान ट्रस्ट में कई अनियमितता के आरोप भी लगे थे.
शेख हुसैन का भतीजा है युवा कांग्रेस का नेता
शेख हुसैन महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे के करीबी बताए जाते हैं. शेख हुसैन का भतीजा तौसिफ अहमद हाल ही में हुए युवक कांग्रेस चुनाव जीता है और प्रदेश सचिव बना है.
योगेश पांडे