जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण देने के मामले में गुजरात पुलिस ने रविवार को मुंबई के रहने वाले इस्लामिक उपदेशक मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी को गिरफ्तार कर लिया है. मौलाना अजहरी को मुंबई पुलिस के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में रखा गया था. इसके बाद मौलाना सलमान अजहरी के सैकड़ों समर्थक उनकी तत्काल रिहाई की मांग करते हुए घाटकोपर पुलिस थाने के बाहर जमा हो गए. अब मुंबई पुलिस ने इस भीड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
बवाल काटने वालों पर पुलिस का एक्शन
जानकारी के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने रविवार को मुंबई में गुजरात पुलिस द्वारा इस्लामिक उपदेशक मौलाना सलमान अजहरी को गिरफ्तार किया जाने के घाटकोपर पुलिस स्टेशन के बाहर उनकी तत्काल रिहाई को लेकर जमा हुई भीड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. भीड़ के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 332, 333, 341, 336 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मौलाना अजहरी के वकील ने कहा कि इस्लामिक उपदेशक जांच में सहयोग करने के लिए पूरी तरहा से तैयार हैं, लेकिन इस संबंध में पुलिस की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
जूनागढ़ लेकर रवाना हुई पुलिस
जानकारी के अनुसार, मौलाना अजहरी को गिरफ्तार कर गुजरात पुलिस ने मुंबई की एक अदालत में पेश किया और रविवार की देर रात दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मुंबई से जूनागढ़ रवाना हो गई.
क्या है मामला
मौलाना सलमान अजहरी ने बीते बुधवार को गुजरात के जूनागढ़ के सेक्शन बी इलाके में एक कार्यक्रम में आपत्तिजनक भाषण दिया था. इसी भाषण की स्पीच का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शनिवार को वायरल हुई थी. इसके बाद पुलिस ने कार्यक्रम आयोजकों और मौलाना के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 सी, 502 (2), 188 और 114 के तहत मामला दर्ज किया था और इसी आधार पर दो आयोजकों, मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार, आयोजकों ने इस कार्यक्रम की मंजूरी ये कहते हुए मांगी थी कि अजहरी लोगों को धर्म और नशा मुक्ति के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संबोधित करेंगे. पर उन्होंने अपने संबोधन के दौरान भड़काऊ बातों का इस्तेमाल किया है.
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