महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस ने साइबर जालसाजों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इन लोगों ने कथित तौर पर विभिन्न राज्यों में लोगों से 30 करोड़ रुपये ठगे हैं. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
पुलिस को इसमें हवाला कारोबारियों के एक बड़े नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय लिंक के शामिल होने का संदेह है. जनवरी में वकोला में पुलिस के पास दर्ज धोखाधड़ी की शिकायत के आधार पर जांच शुरू की गई. शिकायतकर्ता ने दावा किया कि उसे 3.41 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए धोखा दिया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मनी ट्रेल की जांच की, जिसमें पता चला कि गिरोह ने शेयर बाजारों में निवेश पर भारी रिटर्न, पैसे को दोगुना करने और क्रेडिट और डेबिट कार्ड ब्लॉक करने की धमकी देकर लोगों को ठगा.
आरोपियों की पहचान जयपुर के 19 साल के राजकरणसिंह प्रकाशसिंह, 19 साल के करण सिंह सेंगर और ठाणे जिले के भिवंडी के रहने वाले 27 साल के शाकिब अंसारी, 20 साल के मेराज अंसारी और 21 साल के फुजैल अंसारी के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि और गिरफ्तारियां होने की संभावना है.
डिजिटल अपराध और साइबर फ्रॉड्स की घटनाएं आजकल आम हो गई हैं. डिजिटल युग में साइबर फ्रॉड एक तेजी से बढ़ता खतरा बन गया है, जिससे निपटने के लिए दुनियाभर की कानून व्यवस्था एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं. पुलिस नागरिकों को साइबर अपराध से बचाने में अहम भूमिका निभाती है.
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