Maharashtra Politcal Crisis Live Updates: महाराष्ट्र का राजनाीतिक संकट आज कोई नया मोड़ ले सकता है. बागी विधायक बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने पर चर्चा कर रहे हैं. इसको लेकर आज दिल्ली में बड़ी मीटिंग होनी है. देवेंद्र फडणवीस इसके लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. वह यहां अमित शाह से मिल सकते हैं.
दूसरी तरफ शिंदे गुट के निर्दलीय विधायक आज महाराष्ट्र के राज्यपाल को पत्र लिखकर कह सकते हैं कि वे महाविकास अघाड़ी सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं. यह पत्र करीब 10 विधायकों द्वारा लिखा जा सकता है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 12 जुलाई तक एक तरह से बागी गुट को राहत दे दी है. वहीं आज एक या दो और विधायक जाकर बागी गुट का दामन थाम सकते हैं. इसके अलावा अब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी एक्शन मोड में हैं. उन्होंने उद्धव सरकार से बीते कुछ दिनों में लिये गए फैसलों की फाइलें मंगाई हैं.
महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है. एक तरफ देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मिल फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग कर दी है, तो दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे ने अपने विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुलाई है. टाइमिंग की वजह से इस बैठक के मायने काफी बढ़ गए हैं.
फडणवीस ने की फ्लोर टेस्ट की मांग, शिंदे ने बुलाई इमरजेंसी बैठक, देर रात तेज हुआ सियासी ड्रामा
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट में बड़ा नाटकीय मोड़ आ गया है. देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात की है. मुलाकात के बाद फडणवीस ने राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग कर दी है. जोर देकर कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार के पास बहुमत नहीं है. बागी हो चुके विधायक भी शिवसेना का समर्थन नहीं कर रहे हैं.
दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस अब महाराष्ट्र में राज्यपाल से मिलने पहुंच गए हैं. उनके साथ कुछ विधायक भी मौजूद हैं. उनके इस एक कदम ने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू कर दिया है.
सीएम उद्धव ठाकरे की भावुक अपील के बाद एकनाथ शिंदे ने एक तल्ख ट्वीट किया है. उनकी तरफ से कहा गया है कि सीएम के बेटे और उनके नेताओं द्वारा विधायकों को अपशब्द कहे गए हैं, लेकिन फिर भी सीएम इस हिंदू विरोधी सरकार को बचाने के लिए समर्थन मांग रहे हैं.
विधायकों के बागी होने के बाद महाराष्ट्र का सियासी खेल कितना बदल गया? आंकड़ों में समझिए
सीएम उद्धव ठाकरे शाम को सात बजे मातोश्री में शिवसेना के विधायकों के साथ मंथन करने जा रहे हैं. जो भी विधायक अभी उनके खेमे में बचे हैं, उन्हीं के साथ ये मीटिंग की जाएगी. कहा जा रहा है कि वर्तमान स्थिति और आगे की रणनीति को लेकर कुछ फैसले हो सकते हैं.
सियासी संकट के बीच बुलाई गई कैबिनेट बैठक समाप्त हो गई है. बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि वे इस्तीफा नहीं देने वाले हैं. अभी आगे भी संघर्ष करने की तैयारी है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्धव इस बैठक में शामिल हुए थे. इस बैठक को लेकर मंत्री यशोमति ठाकुर का कहना है कि सभी उद्धव ठाकरे का समर्थन करने जा रहे हैं. वे ही सीएम बने रहेंगे.
संजय राउत ने एक बार फिर तल्ख अंदाज में बागी विधायकों को चेतावनी दी है. साफ कहा गया है कि जो भी शिवसेना को धोखा दे रहे हैं, भविष्य में उन्हें उखाड़ फेंका जाएगा. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि शिवसेना के नाम पर कई संगठन बनाए जा रहे हैं. लेकिन असली शिवसेना एक ही है. दूसरी अगर कोई है तो वो सिर्फ भारतीय सेना है. हम महाराष्ट्र की रक्षा करते हैं और वो देश की रक्षा करते हैं.
महा विकास अघाडी सरकार की चुनौती और ज्यादा बढ़ने वाली है. खबर है कि प्रहार पार्टी के Bachu Kadu राज्यपाल को चिट्ठी लिखने जा रहे हैं. उस चिट्ठी में वे सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान कर सकते हैं. कहा जा रहा है कि उनके पास 9 विधायकों का समर्थन है.
कैबिनेट बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि वे इस्तीफा नहीं देने वाले हैं. बैठक में मौजूद कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने भी उद्धव के इस फैसले का स्वागत किया है. इससे पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी उद्धव ठाकरे को यही नसीहत दी थी.
विधायकों के बागी होने के बाद महाराष्ट्र का सियासी खेल कितना बदल गया? आंकड़ों में समझिए
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का समर्थन करने वाले नेता विनायक राउत ने बड़ा दावा कर दिया है. उनके मुताबिक शिंदे गुट के 20 ऐसे विधायक हैं जो अभी भी उनके संपर्क में हैं. आने वाले समय में उनके नाम भी जारी कर दिए जाएंगे. जोर देकर कहा गया है कि बड़े होने के नाते उद्धव ठाकरे ने सभी से भावुक अपील की है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की फोन पर बात हुई है. उस बातचीत में शरद पवार ने सीएम को संघर्ष करने की नसीहत दी है. कहा गया है कि उन्हें ये सियासी मैदान अभी छोड़ने की जरूरत नहीं है. उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए. इससे पहले भी पवार की तरफ से उद्धव ठाकरे को यही नसीहत दी गई थी.
महाराष्ट्र संकट के बीच देवेंद्र फडणवीस बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे हैं. कहा जा रहा है कि वर्तमान स्थिति पर दोनों नेता चर्चा कर सकते हैं. आने वाले दिनों में बीजेपी का अगला कदम क्या रहता है, इस पर भी विचार संभव है.
सीएम उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच फोन पर बात हुई है. कुछ ही देर में सीएम एक कैबिनेट बैठक करने जा रहे हैं. उस बैठक से पहले उन्होंने एनसीपी प्रमुख से बात की है. कहा जा रहा है कि वर्तमान स्थिति को लेकर ही दोनों नेताओं ने मंथन किया है.
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने जोर देकर कहा है कि जब तक बागी विधायकों पर कोई फैसला नहीं हो जाता, फ्लोर टेस्ट संभव नहीं है. ऐसे में बीजेपी कैसे सरकार बनाएगी, ये वहीं बेहतर जानते हैं. उनके मुताबिक इस सियासी संकट की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान महाराष्ट्र की जनता को हो रहा है. कई सरकार में जो मंत्री है, वो गुवाहाटी में पांच सितारा होटल में बैठे हैं.
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने शिंदे गुट पर निशाना साधा है. उनके मुताबिक शिंदे गुट के पास बहुमत नहीं है. उन्होंने नसीहत भी दी है कि उन्हें बगावत छोड़कर सीएम उद्धव ठाकरे से बात करनी चाहिए. जोर देकर कहा गया है कि सत्ता आती जाती रहती है, रिश्ते बने रहने चाहिए.
बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. सीएम उद्धव ठाकरे, मंत्री आदित्य ठाकरे और सांसद संजय राउत के खिलाफ FIR दर्ज करने की अपील हुई है. दावा किया गया है कि इन तीनों ने राज्य में शांति और व्यवस्था को भंग करने का काम किया है.
बागियों को मनाने की एक और कोशिश, भावुक अपील में बोले उद्धव- मुझे आपकी फिक्र, साथ बैठकर बात करेंगे
सियासी संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों के नाम संदेश जारी किया. इममें कहा गया कि परिवार के मुखिया के नाते मुझे आप लोगों की चिंता है. आप लोगों को कुछ दिनों से कैद करके गुवाहाटी में रखा गया है. आप लोगों के बारे में रोज नई जानकारी मेरे सामने आती है. आप में से कई मेरे संपर्क में हैं. आप लोग दिल से अभी भी शिवसेना के साथ हैं.
उद्धव ने आगे कहा कि मुखिया के नाते में यह ही कह सकता हूं कि अभी बहुत देर नहीं हुई है. आप लोग मुंबई आकर मेरे सामने बैठें और शंकाओं को दूर करें. हम लोग एकसाथ बैठक जरूर कोई रास्ता निकाल लेंगे. आगे कहा गया है कि शिवसेना ने जो आदर सम्मान आपको दिया है वह कहीं और नहीं मिलेगा.
संजय राउत को आज ईडी के सामने पेश होना था. लेकिन वह पेश नहीं हुए. ऐसे में ईडी ने उनको दोबारा समन भेजा है. अब संजय राउत को 1 जुलाई को पेश होने को कहा है.
एकनाथ शिंदे आज दिल्ली नहीं जा रहे हैं. पहले खबरें थी कि वह दिल्ली जा सकते हैं और वहां वह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस से मिल सकते हैं. अब आज फडणवीस जेपी नड्डा और बीएल संतोष से मिलने वाले हैं. अमित शाह से भी उनकी मीटिंग हो सकती है.
महाराष्ट्र में होने वाली कैबिनेट मीटिंग अब शाम पांच बजे होगी. पहले यह मीटिंग 2.30 बजे होनी थी. लेकिन अब इसको 5 बजे किया जाएगा. दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस अब मुंबई से दिल्ली पहुंच चुके हैं.
एकनाथ शिंदे ने आज रेडिसन ब्लू होटल के मेन गेट पर आकर मीडिया वालों से बात की. उन्होंने कहा कि हम शिवसेना में ही हैं और अलग पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैं. शिंदे ने कहा कि वे लोग बाला साहेब और हिंदुत्व को आगे ले जा रहे हैं. वह बोले कि दीपक केसरकर उन लोगों के प्रवक्ता हैं.
शिंदे ने कहा कि उन लोगों का अगला कदम क्या होगा, जल्द उसकी जानकारी दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हम जल्द ही मुंबई जाएंगे. शिंदे ने दावा किया कि उनके साथ कुल मिलाकर 48 विधायक हैं.
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिराने की तैयारी शुरू हो चुकी है. कुछ निर्दलीय विधायक और प्रहार पार्टी जो कि शिंदे गुट के साथ हैं वे आज राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिख सकते हैं. इसमें बताया जाएगा कि उन्होंने महाविकास अघाड़ी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है.
महाराष्ट्र सियासी संकट को लेकर हलचल तेज हो गई है. शिंदे गुट गुवाहाटी में दोपहर 1 बजे मीटिंग करेगा. दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस मुंबई से दिल्ली के लिए निकल चुके हैं. यह भी कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे भी मीटिंग के बाद दिल्ली रवाना हो सकते हैं. यानी दिल्ली में देवेंद्र फडणवीस और शिंदे के बीच बड़ी मीटिंग हो सकती है.
शिवसेना के जनसंपर्क प्रमुख हर्शल प्रधान ने उन बातों को नकारा है जिसमें कहा जा रहा था कि उद्धव ठाकरे ने सरकार बचाने के लिए देवेंद्र फडणवीस से बात की है.
सीएम उद्धव ने आज 2.30 बजे महाराष्ट्र में कैबिनेट मीटिंग बुलाई है. दूसरी तरफ जानकारी सामने आ रही है कि अगर राज्यपाल ने सरकार से फ्लोर टेस्ट के लिए कहा तो शिवसेना सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है.
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शिवसेना के बागी विधायक भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकते हैं. इसमें शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है. वहीं शिंदे गुट के विधायकों में से 8 को कैबिनेट मंत्री और 5 को MoS का दर्ज मिल सकता है. वहीं 29 कैबिनेट मंत्री बीजेपी के होंगे.
शिंदे गुट के साथ मौजूदा सरकार के 8 मंत्री हैं. ऐसे में शिंदे गुट वही मंत्रालय चाहता है जो कि इन विधायकों के पास पहले से थे. क्योंकि पिछले एक महीने में लिये गए इनके फैसलों को उद्धव सरकार ने रोक दिया है. एकनाथ शिंदे चाहते हैं कि जो निर्दलीय विधायक बागी गुट के साथ आए हैं उनको बीजेपी अपने कोटे में से मंत्री बनाये.
शिंदे कैंप से किनको मंत्री बनाया जा सकता है-
एकनाथ शिंदे + दादा भुसे + गुलाबराव पाटिल + संदीपन भुमरे + उदय सामंत + शंभूराज देसाई + अब्दुल सत्तार + राजेंद्र पाटिल येद्रावकर + बच्चू कडू (प्रहार जनशक्ति)
नए नाम, जिनको मंत्री बनाया जा सकता है - दीपक केसरकर + प्रकाश आबिदकर + संजय रायमूलकर + संजय शिरसाठ
संजय राउत को आज ईडी ने समन करके पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन वह पूछताछ में शामिल होने की जगह अलीबाग में जनसभा को संबोधित करने जा रहे हैं. इस बीच आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं एक प्रोग्राम के लिए अलीबाग जा रहा हूं. मैं सासंद हूं और कानून का आदर करता हूं. ईडी मुझे कहीं से भी अरेस्ट कर सकती है.
महाराष्ट्र के सियासी संकट में नया मोड पर आ गया है. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र सरकार के अंधाधुंध फैसले को लेकर हिसाब मांग लिया है. ज्यपाल ने 22, 23 और 24 जून को लिए फैसलों और निपटाई गई फाइलों की जानकारी मांगी है. सूत्रों के मुताबिक इन तीन दिनों में उद्धव सरकार ने 200 से ज्यादा फाइलों को निपटाया और सरकारी प्रस्ताव जारी किए.
बीजेपी नेता प्रवीण दारेकर ने राज्यपाल को पत्र लिख कर शिकायत की थी कि अस्थिरता और बगावत के बीच उद्धव सरकार ने आनन-फानन में कई फाइलों को निपटाया है. 24 जून को प्रवीण दारेकर ने राज्यपाल से शिकायत की और 24 जून को ही राज्यपाल के प्रधान सचिव ने मुख्य सचिव से चिट्ठी लिखकर जवाब मांगा था.
महाराष्ट्र मे बीजेपी फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं करेगी. इसके साथ-साथ कहा गया है कि अगर बागियों की तरफ से सरकार बनाने का ऑफर मिला तो उसपर सोचा जाएगा.
महाराष्ट्र का एक और शिवसेना का विधायक बागी हो गया है. वह आज गुवाहाटी जाकर एकनाथ शिंदे कैंप से मिल सकता है. शिवसेना के 55 में से 39 विधायक पहले ही शिंदे के गुट में बताये जा रहे हैं.