11 सीट, 12 उम्मीदवार और विधायक बचाने को रिसॉर्ट पॉलिटिक्स... महाराष्ट्र में आज MLC चुनाव, कौन करेगा खेला?

सियासी गलियारों में एक सवाल खूब गूंज रहा है कि क्या महाराष्ट्र के MLC चुनाव में खेला होगा? क्या MLC के इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग होगी? MLC चुनाव में वोटिंग से पहले रिसॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो चुकी है. सभी पार्टियों ने अपने विधायकों को कब्ज़े में लेना शुरू किया है. महाराष्ट्र में विधान परिषद का ये चुनाव, इसलिए भी अहम है क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद NDA और 'INDIA' के बीच पहला मुकाबला है.

Advertisement
महाराष्ट्र में 11 विधान परिषद की सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा. महाराष्ट्र में 11 विधान परिषद की सीटों पर शुक्रवार को मतदान होगा.

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 11 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST

महाराष्ट्र में एक और सियासी युद्ध का काउंट डाउन शुरु हो गया है. शुक्रवार 12 जुलाई को विधान परिषद की 11 सीटों के लिए चुनाव होना है. और इसके लिए मैदान में 12 उम्मीदवार हैं. शुक्रवार को सुबह 9 बजे से 4 बजे तक विधान परिषद के लिए वोटिंग होगी. लेकिन उससे पहले NDA और INDIA ब्लॉक वाले अपने-अपने विधायकों को बचाए-बचाए फिर रहे हैं. कारण, डर क्रॉस वोटिंग का है. डर विधायकों के टूटने का है. NDA ने 9 उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि INDIA ब्लॉक ने 3 MLC उम्मीदवार उतारे हैं. चुनाव से पहले महाराष्ट्र में रिजॉर्ट पॉलिटिक्स जोरो पर है.

Advertisement

दरअसल, सियासी गलियारों में एक सवाल खूब गूंज रहा है कि क्या महाराष्ट्र के MLC चुनाव में खेला होगा? क्या MLC के इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग होगी? MLC चुनाव में वोटिंग से पहले रिसॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो चुकी है. सभी पार्टियों ने अपने विधायकों को कब्ज़े में लेना शुरू किया है. महाराष्ट्र में विधान परिषद का ये चुनाव, इसलिए भी अहम है क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद NDA और 'INDIA' के बीच पहला मुकाबला है. ऐसे में दोनों खेमे एक दूसरे को मात देने के लिए सारी तिकड़म भिड़ा देंगे. इस मैच को अपने पाले में करने के लिए सभी ने अपने-अपने खिलाड़ी मोर्चे पर तैनात कर दिए हैं.

महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में NDA को लगा झटका

बता दें कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से कांग्रेस ने सबसे ज़्यादा 13 सीटें जीती हैं, जबकि बीजेपी को 9 सीटें मिली हैं और शिवसेना (यूबीटी) यानी उद्धव ठाकरे की पार्टी को भी 9 सीटें मिली हैं. शरद पवार की पार्टी एनसीपीएसपी ने 8 सीटें जीती हैं तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 7 सीटें मिली हैं और अजित पवार की एनसीपी को सिर्फ 1 ही सीट मिली है. महाराष्ट्र में एक सीट अन्य के खाते में गई है. गठंबधन के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र में INDIA ब्लॉक के खाते में 30 सीटें गईं और NDA के खाते में रह गईं सिर्फ 17 सीटें.

Advertisement

चुनाव से पहले महाराष्ट्र में हुआ बड़ा सियासी खेल

इस बार के नतीजों ने बड़ा उलटफेर किया है. क्योंकि चुनाव से पहले महाराष्ट्र में बड़ी तोड़-फोड़ मची थी. शिवसेना के दो फाड़ हो गए, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच पार्टी बंट गईं. एनसीपी में दो फाड़ हो गए. शरद पवार और अजित पवार के बीच पार्टी बंट गई. पार्टी सिंबल को लेकर भी एक दूसरे में तगड़ी जंग चली. लेकिन लोकसभा ने नतीजों के बाद एकनाथ शिंदे से आगे उद्धव ठाकरे निकल गए और अजित पवार को चाचा शरद पवार ने बुरी तरह से चित कर दिया. और नुकसान बीजेपी को भी हुआ. अब एनडीए में टारगेट पर एक सीट जीतने वाली एनसीपी आ गई. और तो और आरएसएस ने भी अजित पवार को ही निशाना बनाया. लेकिन एनसीपी ने जवाब देते हुए, बीजेपी को सीधे यूपी का आइना दिखा दिया.

इतना ही नहीं महाराष्ट्र लोकसभा चुनावों में NDA की हार को लेकर रार मची तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पीएम मोदी के 400 पार के नारे को ही हार की वजह बता दिया. एकनाथ शिंदे ने कह दिया कि कि चार सौ पार के नारे की वजह से लोगों ने विपक्ष के नैरेटिव पर भरोसा किया. अब एनडीए को सबसे डर इस बात का है कि कहीं अजीत पवार खेमे के कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं, क्योंकि उन्हें विधानसभा चुनाव में सत्ता में लौटने का भरोसा नहीं है.

Advertisement

ये है विधान परिषद चुनाव का नंबर गेम

अब अगर MLC  चुनाव नंबर गेम की बात करें कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर किसी भी दल के पास अपने प्रत्याशियों को जिताने के नंबर नहीं है. ऐसे में देखना है कि अजित पवार से लेकर एकनाथ शिंदे और शरद पवार से लेकर उद्धव ठाकरे तक किसके खेमे में सेंध लगेगी और कौन अपने विधायकों को बचाकर रख पाता है. और महाराष्ट्र में इसीलिए रिजॉर्ट पॉलिटिक्स चल रही है.

अलग-अलग पार्टियों के विधायकों को किस होटल में ठहरने के लिए कहा गया है?

बीजेपी- ताज प्रेसीडेंसी, कोलाबा
शिवसेना- ताज लैंड्स एन्ड, बांद्रा
शिवसेना (UBT)- ITC ग्रैंड मराठा, परेल
एनसीपी (AP)- होटल ललित, अँधेरी एयरपोर्ट

बता दें कि महाराष्ट्र की विधानसभा में कुल 288 सदस्य हैं, लेकिन मौजूदा समय में 274 विधायक हैं. इस लिहाज से एक एमएलसी सीट जीतने के लिए प्रथम वरीयता के आधार पर कम से कम 23 विधायकों का समर्थन चाहिए. और इसीलिए क्रॉस वोटिंग के आसार बहुत ज़्यादा हैं.

महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में किसके साथ खेला होगा?

महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव मुकाबला दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि NDA के 9 उम्मीदवार मैदान में हैं और INDIA गठबंधन के 3 उम्मीदवार मैदान में हैं. जंग इस बात की है कि क्या NDA के 9 के 9 उम्मीदवार जीत जाएंगे या INDIA गठबंधन के तीनों उम्मीदवार जीत जाएंगे. क्योंकि विधान परिषद की सीटें 11 हैं और मैदान में उम्मीदवार 12 हैं. बीजेपी ने इस MLC चुनाव में 5 उम्मीदवार उतारे हैं. एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 2 उम्मीदवार उतारे हैं. अजित पवार की एनसीपी ने भी 2 उम्मीदवार उतारे हैं और बात INDIA ब्लॉक की करें तो कांग्रेस ने एक उम्मीदवार को उतारा है. उद्धव ठाकरे की शिवसेना UBT ने भी एक उम्मीदवार को उतारा है, जबकि शरद पवार की एनसीपी ने अपना उम्मीदवार ना उतारकर भारतीय शेतकरी कामगार पार्टी के जयंत पाटील को समर्थन दिया है.

Advertisement

इस वक्त महाराष्ट्र विधानसभा की मौजूदा स्थिति 274 है, इस लिहाज़ से एक एमएलसी सीट जीतने के लिए, प्रथम वरीयता के आधार पर कम से कम 23 विधायकों का समर्थन अनिवार्य है. अब पूरा कैलकुलेशन आपको समझाते हैं.

किसके पास कितने विधायक?

बीजेपी के 103 विधायक हैं. अजित पवार की एनसीपी के पास 40 विधायक हैं और शिंदे की शिवसेना के 38 विधायक हैं. इसके अलावा एनडीए के अन्य सहयोगी दलों और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर एनडीए के पास 203 विधायकों का समर्थन बताया जा रहा है. इस आधार पर सत्ताधारी दल अगर चार विधायकों का और समर्थन जुटा लेता है तो उसके सभी 9 एमएलसी प्रत्याशियों की जीत हो जाएगी, लेकिन उसके लिए अन्य छोटे दल हैं, उन्हें साधकर रखना होगा. जबकि INDIA गठबंधन के पास 72 विधायकों का ही समर्थन है. इसमें कांगेस के 37 विधायक हैं. इसके अलावा उद्धव ठाकरे की शिवसेना के 16 विधायक हैं. शरद पवार की एनसीपी के 12 विधायक हैं. समाजवादी के 2, सीपीएम के दो और 3 अतिरिक्त विधायकों का समर्थन है. INDIA ब्लॉक के विधायकों की संख्या के आधार पर तीनों सीटें जीत सकता है लेकिन उसके लिए अन्य दलों के विधायकों को जोड़कर रखना होगा और कांगेस विधायकों के विश्वास को भी बनाए रखना होगा.

Advertisement

वहीं विधायकों के आधार पर एनडीए को अपने 9 एमएलसी जिताने के लिए 4 विधायकों को समर्थन जुटाना होगा, जिसे लेकर शरद पवार और उद्धव ठाकरे ही नहीं कांग्रेस विधायकों पर भी क्रॉस वोटिंग का खतरा बना हुआ है.

कांग्रेस की एक सीट पर जीत तय मानी जा रही है लेकिन असल चुनौती उद्धव ठाकरे और शरद पवार के प्रत्याशी की है. उद्धव और शरद ने अपने-अपने करीबी नेताओं को चुनाव में उतार रखा है. अपने विधायकों के आधार पर न उद्धव ठाकरे के करीबी की जीत नजर आ रही है और न ही शरद पवार के सिपहसालार की. इस तरह दोनों दलों की जीत का आधार कांगेस पर टिका है. INDIA ब्लॉक में सबसे बड़े दल के तौर पर कांग्रेस है. 37 विधायकों वाली कांग्रेस का उम्मीदवार जीतने के बाद, उसके पास 14 वोट और बचेंगे. शरद पवार के पास 12 विधायकों का फिलहाल समर्थन है, जिसके चलते उन्हें अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए 11 अतिरिक्त वोटों की जरूरत होगी. क्योंकि 23 वोट चाहिए.

कांग्रेस शरद पवार को देगी समर्थन या उद्धव ठाकरे को?

इसी तरह उद्धव ठाकरे की शिवसेना के पास 16 विधायक हैं, इस लिहाज से उद्धव ठाकरे के प्रत्याशी को पार्टी के 16 विधायक के बाद 7 अतरिक्त विधायकों के वोट की जरूरत है. ऐसे में देखना है कि कांगेस के अतिरिक्त वोट शरद पवार के उम्मीदवार को मिलते हैं या उद्धव ठाकरे को मिलते हैं. जबकि NDA को निर्दलीय विधायकों के समर्थन के बाद भी 4 वोट की जरूरत है जबकि INDIA गठबंधन अगर एकजुट रहता है और कांग्रेस के अतरिक्त वोट का बंटवारा सही तरीके से हुआ तो फिर तीनों सीटें उसके खाते में जा सकती हैं. और अगर INDIA ब्लॉक के तीनों एमएलसी उम्मीदवार जीत गए तो NDA के खाते में 8 सीटें ही रह जाएंगी. 

Advertisement

(आजतक ब्यूरो)

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement