महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के बीच फिर तनातनी हो गई है. इस बार महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर आरोप लगाया है कि वह राज्य की शक्तियों का अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद महाराष्ट्र कैबिनेट ने भी राज्यपाल के बर्ताव पर नाखुशी जाहिर की है.
महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने राज्य की कैबिनेट बैठक में आरोप लगाया कि राज्यपाल ने बिना अल्पसंख्यक मंत्रालय को पूछे या बताए परभनी में दो हॉस्टल्स का उद्घाटन कर दिया. जबकि ये हॉस्टल्स औपचारिक रूप से उस यूनिवर्सिटी को सौंपे भी नहीं गए थे, जिसके गर्वनर चांसलर भी हैं.
नवाब मलिक ने सवाल किया कि क्या राज्यपाल राज्य में दो केंद्रीय शक्ति बनाना चाहते हैं? यह भी आरोप लगाया गया कि राज्यपाल ही जिला कलेक्टर्स की रिव्यू मीटिंग ले रहे हैं.
मुख्य सचिव जाएंगे राज्यपाल से मिलने
कैबिनेट मीटिंग में नवाब मलिक के इस मुद्दे को उठाने के बाद कैबिनेट ने गर्वनर के बर्ताव की निंदा की है. इतना ही नहीं महाराष्ट्र सचिव आज ही राजभवन जाकर राज्यपाल से मिलेंगे और उन्हें बताएंगे कि कैबिनेट ने उनके बर्ताव की निंदा की है.
महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और महा विकास अघाड़ी सरकार के बीच संबंध पहले से अच्छे नहीं हैं. अभी ओबीसी आरक्षण पर भी संग्राम मचा है. वहीं पिछले साल विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने राज्यपाल को 12 नाम भेजे थे, जिनको मंजूरी नहीं मिली थी. इसपर भी विवाद हुआ था.
कमलेश सुतार