'अधूरी जानकारी, बढ़ा-चढ़ाकर मांगी रकम...', सरकार ने खारिज किए किडनैपर रोहित आर्या के बकाया भुगतान के आरोप

महाराष्ट्र सरकार ने रोहित आर्या की स्वच्छता मॉनिटर पहल में खर्च की जानकारी को अस्पष्ट और बढ़ा-चढ़ाकर बताया है. आर्या की कंपनी द्वारा बिना मंजूरी के स्कूलों से शुल्क वसूलने और तकनीकी स्पष्टता न होने के कारण परियोजना के दूसरे चरण को लागू नहीं किया गया.

Advertisement
मुंबई में आरोपी रोहित आर्या ने बच्चों को बनाया था बंधक (Photo: Screengrab) मुंबई में आरोपी रोहित आर्या ने बच्चों को बनाया था बंधक (Photo: Screengrab)

ओमकार

  • मुंबई,
  • 31 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 3:39 AM IST

महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि रोहित आर्या की ओर से दी गई खर्च की जानकारी 'अस्पष्ट और बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई' थी. रोहित आर्या वही व्यक्ति है जिसने गुरुवार को पवई के एक एक्टिंग स्टूडियो में 19 लोगों को बंधक बना लिया था और बाद में पुलिस ऑपरेशन में मारा गया. सरकार का कहना है कि आर्या की प्रस्तावित परियोजनाओं में तकनीकी स्पष्टता की कमी थी और जरूरी दस्तावेज भी ठीक से उपलब्ध नहीं कराए गए थे.

Advertisement

आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, आर्या की मीडिया कंपनी ‘अप्सरा मीडिया एंटरटेनमेंट नेटवर्क’ ने 'लेट्स चेंज' प्रोजेक्ट के तहत स्वच्छता मॉनिटर पहल शुरू की थी. इसे सरकार ने 27 सितंबर 2022 को जारी एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) के माध्यम से मंजूरी दी थी. इसके बाद 30 जून 2023 को अगला प्रस्ताव भी मंजूर किया गया और इस अभियान के पहले चरण के लिए 9.9 लाख रुपये जारी किए गए थे.

'बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई खर्च की जानकारी'

बाद में, साल 2023-24 में शिक्षा विभाग ने ‘मुख्यमंत्री माझी शाला, सुंदर शाला’ (मेरी स्कूल, सुंदर स्कूल) अभियान के तहत स्वच्छता मॉनिटर के दूसरे चरण को लागू करने के लिए 2 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी. हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि आर्या की ओर से दी गई खर्च की जानकारी और परियोजना मानकों में 'स्पष्टता नहीं थी और रकम बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई गई थी.'

Advertisement

सरकारी दस्तावेज में कहा गया, 'विज्ञापन, प्रबंधन लागत, तकनीकी सहायता और ‘लेट्स चेंज’ फिल्म के ऑनलाइन वितरण पर खर्च जैसे तत्व अस्पष्ट और बढ़े-चढ़े पाए गए. मूल्यांकन मानकों, संचालन दिशानिर्देशों या न्यूनतम मानकों के अनुपालन को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई.'

दोबारा मांगे 2.41 करोड़ रुपये

इन 'तकनीकी अनियमितताओं' और परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर स्पष्टता न होने के कारण स्वच्छता मॉनिटर पहल के दूसरे चरण को लागू नहीं किया गया. वर्ष 2024-25 में आर्या ने एक बार फिर राज्य के सभी स्कूलों में स्वच्छता मॉनिटर पहल को दोबारा शुरू करने के लिए सरकार से मंजूरी मांगी और इसके लिए 2.41 करोड़ रुपये की मांग की. लेकिन प्रस्ताव की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने पाया कि आर्या की कंपनी ने बिना किसी आधिकारिक मंजूरी के निजी वेबसाइट- swachhtamonito.in- के माध्यम से स्कूलों से पंजीकरण शुल्क लेना शुरू कर दिया था.

सरकार ने शिक्षा आयुक्त को दिए कार्रवाई के निर्देश

इस जानकारी के सामने आने के बाद राज्य सरकार ने 23 अगस्त 2024 को निर्देश जारी किए और पुणे के शिक्षा आयुक्त को निम्न कदम उठाने को कहा:

-अप्सरा मीडिया एंटरटेनमेंट नेटवर्क की ओर से वसूली गई फीस वापस लेकर सरकारी खाते में जमा की जाए.

-कंपनी से लिखित आश्वासन लिया जाए कि वह किसी भी स्कूल से भागीदारी के लिए शुल्क नहीं लेगी.

Advertisement

-प्रस्ताव को दोबारा सिर्फ तभी प्रस्तुत किया जाए जब ये सभी शर्तें पूरी हो जाएं.

अधिकारियों ने बताया कि आर्या जरूरी जानकारी देने में असफल रहा, इसलिए आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी.

क्या है पूरा मामला?

आर्या लंबे समय से दावा कर रहा था कि सरकार ने उसके मूल कॉन्सेप्ट 'माझी शाला, सुंदर शाला' को बिना उसे क्रेडिट या भुगतान दिए लागू किया. उसका आरोप था कि पूरी पहल उसकी फिल्म 'लेट्स चेंज' से ली गई है, जो उसके अनुसार स्वच्छता जागरूकता अभियान की आधार थी.

वह कई बार सरकार पर क्रेडिट न देने और बकाया रकम न चुकाने का आरोप लगाता रहा. इसी को लेकर 2023 में उसने कई प्रदर्शन किए और भूख हड़ताल भी की थी. उस समय के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने आर्या से मुलाकात कर समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन विभागीय जांच लंबित रहने की वजह से मामले में आगे बढ़त नहीं हो सकी.

मारा गया किडनैपर रोहित आर्या

गुरुवार को पवई के RA स्टूडियो में, जहां एक्टिंग वर्कशॉप चल रही थी, आर्या ने 19 लोगों- जिनमें 17 बच्चे और एक वरिष्ठ नागरिक शामिल थे- को बंधक बना लिया. उसके पास एयरगन, कुछ केमिकल और लाइटर था, और उसने वीडियो में स्टूडियो को आग लगाने की धमकी दी.

Advertisement

करीब 35 मिनट की मुठभेड़ के दौरान आर्या ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके बाद पुलिस ने बाथरूम के रास्ते स्टूडियो में घुसकर कार्रवाई की. बातचीत कर रहे प्रमुख अधिकारी ने खतरे का आकलन करने के बाद जवाबी गोली चलाई. आर्या गोली लगने से घायल हो गया और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई. पुलिस के अनुसार, सभी बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement