बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को मुंबई में एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. फडणवीस पांच साल बाद दोबारा मुख्यमंत्री बने हैं. शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता और बोलीवुड अभिनेता शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह के बाद सीएम फडणवीस ने पहली बार मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उनके मंत्रिमंडल में ज्यादा बदलाव नहीं होगा और महायुति की गठबंधन वाली सरकार में विभागों को लेकर सहमति बन गई है.
देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया सरकार को सही करता है, जब वे गलत होते हैं. कई बार हम मीडिया के सामने अनजान बन जाते हैं. हमारा महाराष्ट्र अब नहीं रुकेगा. पिछले 2.5 सालों में महाराष्ट्र ने जो गति पकड़ी है, वह सभी क्षेत्रों में जारी रहेगी. हमारी भूमिकाएं हमारी दिशा बदल सकती हैं. मेरे, शिंदे और पवार के बीच समझ एक जैसी होगी.
'लाडकी बहिण योजना की बढ़ाएंगे राशि'
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने घोषणापत्र में दिए गए आश्वासनों को पूरा करना है. यह सरकार पारदर्शी तरीके से काम करेगी. ये पांच साल बदले (विपक्ष के खिलाफ) के नहीं, बल्कि काम के होंगे. लाडकी बहिण योजना को हम जारी रखेंगे. योजना में अभी 1500 रुपये दे रहे हैं, इसे बढ़ाकर 2100 करेंगे. लेकिन पहले हम आर्थिक सोर्स मजबूत करेंगे, फिर इसे बढ़ाएंगे. हम बजट (मार्च) में राशि बढ़ाएंगे. हम कुछ आवेदनों की पात्रता की जांच करेंगे, सभी की नहीं. कुछ आवेदनों में विसंगति हो सकती है.
सीएम फडणवीस ने कहा कि मुंबई विधानसभा 9 दिसंबर को प्रस्तावित है. पहले स्पीकर का चुनाव. नागपुर विधानसभा सत्र से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार. हमने विभागों पर लगभग फैसला कर लिया है. निवर्तमान महायुति सरकार की तुलना में विभागों में कुछ बदलाव होगा. कोई बड़ा बदलाव नहीं. मैं नदी कनेक्शन परियोजना पर ध्यान केंद्रित करूंगा. मेरा पहला हस्ताक्षर Bone Marrow ट्रांसप्लांट के लिए 5 लाख रुपये की चिकित्सा सहायता देने पर था.
बड़ी उम्मीदों के साथ बड़ी जिम्मेदारी है: फडणवीस
उन्होंने कहा कि मैं 7.5 साल से सत्ता में हूं. जनादेश और लोगों के प्यार का दबाव है. बड़ी उम्मीदों के साथ बड़ी जिम्मेदारी है. हम राजकोषीय अनुशासन की दिशा में काम करेंगे. हमने कई योजनाएं बनाई हैं. हमने सामाजिक खर्च बढ़ाया है. हमें बजट को संतुलित करना होगा. मराठी भाषा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति में सुधार होना चाहिए. मैंने शपथ ग्रहण के लिए शरद पवार और राज ठाकरे और कई अन्य नेताओं को बुलाया था. वे कुछ कारणों से नहीं आ सके. विपक्ष को 'खून के प्यासा' नहीं होना चाहिए.
शक्तिपीठ महामार्ग पर पर फडणवीस ने कहा कि कोल्हापुर में परियोजना का विरोध है. हम आम सहमति बनने से पहले काम करेंगे. हम भूमि अधिग्रहण होने तक सड़कों को संरेखित करेंगे. क्योंकि शक्तिपीठ महामार्ग मराठवाड़ा की तस्वीर बदल जाएगी.
मुस्तफा शेख