बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत पर आए बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद बीजेपी उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली महाराष्ट्र सरकार के विरोध में खुलकर मैदान में आ गई है. अब पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार को निशाने पर लिया है.
उन्होंने कहा, कंगना के मामले में आए बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश से यह साफ होता है कि कैसे सरकार ने ताकत का गलत इस्तेमाल किया. अगर आप सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर गलत बोलेंगे तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. महाराष्ट्र में यही स्थिति है.
उन्होंने कहा, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (अरनब गोस्वामी के मामले में) और हाई कोर्ट के फैसलों के साफ होता है कि सरकार कैसे काम कर रही है. एक साल बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना को इंटरव्यू दिया. इस पूरे इंटरव्यू में कोई विजन दिखाई नहीं दिया.
दुर्भाग्यवश सीएम ठाकरे का पूरा इंटरव्यू सिर्फ आरोपों से भरा था. मैंने ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा, जो सिर्फ लोगों को डराता है. ऐसे लोग मुख्यमंत्री नहीं हो सकते जो सिर्फ लोगों को डराते हैं. यह हमने दशहरा रैली के दौरान भी देखा है. फडणवीस ने निशाना साधते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री का इंटरव्यू नहीं था, बल्कि किसी की निजी भावनाएं बाहर आ रही थीं.
महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले
उन्होंने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा मामले और मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं और वे कहते हैं कि उन्होंने कोरोना पर लगाम लगा दी है. हम कभी नहीं भूल सकते कि कैसे लोग सड़कों पर मरे, एक ही बेड पर कई लोग पड़े थे और शव तक इधर-उधर हो गए. उन्होंने टेस्टिंग कम कर दी है. वे कोरोना वायरस पर लगाम लगाने में नाकामयाब रहे.
किसानों से हुए वादों का क्या हुआ?
पूर्व सीएम ने कहा, किसानों से हुए वादों का क्या हुआ. आपने इतने सारे वादे किए, पूरा एक भी नहीं किया. मैं महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में जाकर किसानों से मिला, किसी को भी राहत नहीं मिली. वहीं मराठा रिजर्वेशन मामले पर उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने ओबीसी कम्युनिटी का विचार बनाया था. मराठा रिजर्वेशन से ओबीसी कम्युनिटी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
सौरभ वक्तानिया