IIT बॉम्बे के पवई कैंपस में 18 वर्षीय छात्र दर्शन सोलंकी ने आत्महत्या कर ली. इस मामले के उजागर होने के बाद परिवार के सदस्यों का आरोप है कि दर्शन को जाति के आधार पर परेशान किया गया था और यह आत्महत्या का मामला नहीं है, यह सुनियोजित हत्या है. मृतक दर्शन का परिवार अब न्याय और विस्तृत जांच की मांग कर रहे हैं.
मृतक दर्शन सोलंकी की बहन जाह्नवी ने कहा, 'शुरुआत में सब कुछ ठीक था, लेकिन एक बार जब उन्हें पता चला कि दर्शन एससी समुदाय से है तो उसका उत्पीड़न शुरू हो गया.' बता दें कि पवई स्थित आईआईटी कैंपस में 18 वर्षीय छात्र दर्शन सोलंकी ने होस्टल की सातवीं मंजिल से कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. हालांकि परिवार ने आरोप लगाया कि दर्शन सोलंकी को पवई आईआईटी के अन्य छात्रों ने परेशान किया क्योंकि वह एससी जाति से था. परिजनों का कहना है कि यह सुसाइड का नहीं सुनियोजित मर्डर का मामला है.
'होनहार स्टूडेंट था दर्शन'
दर्शन ने महज तीन महीने पहले ही IIT में एडमिशन लिया था. दर्शन वहां से केमिकल्स में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था. परिवार ने कहा कि वह बहुत ही होनहार छात्र था. उसने दसवीं क्लास में 83% नंबर आए थे. परिजनों ने यह भी कहा कि दर्शन कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकता, बल्कि वह उन लोगों को डांटता था जो आत्महत्या करने के बारे में सोचते हैं. परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह बहुत महत्वाकांक्षी था और चार लोगों के परिवार की एकमात्र उम्मीद था. दर्शन के परिवार में उनके पिता, मां और बहन हैं. परिवार में सभी उच्च शिक्षित हैं.
दर्शन की बहन जाह्नवी ने कहा, जब हमने आखिरी बार उससे बात की थी तो वह अहमदाबाद आने और कुछ जगहों पर घूमने जाने का प्लान भी बना रहा था.
आखिरी बार पिता से बात हुई तो क्या बोला दर्शन?
दर्शन का परिवार मुंबई पुलिस और आईआईटी के अधिकारियों के दावों को स्वीकार नहीं कर रहा है. दर्शन के पिता रमेश का कहना है, 'यह आत्महत्या बिल्कुल नहीं है. सिर पर एक चोट के अलावा कोई चोट नहीं है.' दर्शन सोलंकी के परिवार ने आरोप लगाया कि दर्शन को इसलिए परेशान किया गया क्योंकि वह एससी समुदाय से था. दर्शन ने इस मामले में पवई आईआईटी के सेल में शिकायत भी दर्ज कराई थी. पिता रमेश ने कहा, 'मैंने ही आखिरी बार उससे बात की थी. तब उसने बहुत नॉर्मल तरीके से बात की थी और कहा भी था कि जल्द ही अहमदाबाद आ रहा हूं. यह सुनियोजित हत्या है और सब कुछ कवर किया जा रहा है.
वहीं मृतक दर्शन की मां ने कहा, 'दर्शन हमारा इकलौता बेटा था. यह हत्या का स्पष्ट मामला है. हमें निष्पक्ष और त्वरित न्याय चाहिए. जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए.
सौरभ वक्तानिया