तीसरी बार महाराष्ट्र की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत की. स्पेशल इंटरव्यू के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने सभी सवालों के खुलकर जवाब दिए. उन्होंने यह भी बताया कि आखिरकार एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम के लिए किस तरह मनाया गया और बैकचैनल क्या बातें चल रही थीं.
एकनाथ शिंदे ने कहा,'उनकी पार्टी (एकनाथ शिंदे) में दो राय चल रही थीं. आम सहमति तो यह थी कि शिंदेजी को महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बनना चाहिए. लेकिन कुछ गिने-चुने लोगों की राय ये भी थी कि शिंदेजी जॉइन न करें और वह कॉर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन बन जाएं.'
पहली मीटिंग में ही हो गया था पक्का
एक्सक्लूसिव बातचीत में देवेंद्र फडणवीस ने कहा,'शिंदेजी की एक आदत है कि वह बहुत ही शांति और संयम के साथ लोगों की बातें सुनते हैं. सबसे बातचीत भी करते हैं. जब टिकटों का बंटवारा हो रहा था तब भी अंतिम समय तक उनकी चर्चाएं चलती रहती थीं. लेकिन सरकार में शामिल होने को लेकर उनका फैसला हमारी पहली मीटिंग के बाद ही पक्का हो गया था.'
मीटिंग के बाद PM से नहीं हुई बात
फडणवीस ने कहा,'हमारी पहली मीटिंग के बाद जब हम मिले और मेरी बातचीत हुई तो उन्होंने फैसला मान लिया था. इस मसले पर हमारी मीटिंग के बाद शिंदेजी की प्रधानमंत्री से कोई बातचीत नहीं हुई है. हां, पहले जरूर हुई थी. शिंदेजी ने बातचीत के दौरान खुद प्रधानमंत्री और अमित भाई से कहा था कि मैं समझ सकता हूं कि आपका नंबर ही ऐसा है कि आपको विचार करना पड़ रहा है.'
मंत्रालय बंटवारा लगभग तय
फडणवीस से जब मंत्रालय को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि चर्चाएं चल रही हैं. मंत्रालय बंटवारे के नंबर करीब-करीब हमने तय कर लिए हैं. हालांकि, उन्होंने तय किए गए नंबर बताने से इनकार कर दिया.
महाराष्ट्र की जनता को दिया श्रेय
फडणवीस ने आज तक को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह आखिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कैसे चुने गए? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में हमारे गठबंधन को निर्णायक जीत मिली थी. इसका पूरा श्रेय महाराष्ट्र की जनता को जाता है. उन्होंने निर्णायक जनादेश दिया. लेकिन हमारी पहली बैठक में ही एकनाथ शिंदे ने इसे मान लिया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी से ही होगा.
अंजना ओम कश्यप / साहिल जोशी