मुकेश अंबानी के घर के बाहर संदिग्ध कार मिलने की NIA से हो जांच: फडणवीस

फडणवीस ने कहा कि इस घटना और धमकी भरे खत ने कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैं. 'एंटीलिया' के बाहर दो कार खड़ी थीं- स्कॉर्पियो और इनोवा. दोनों कार ठाणे शहर से आई थीं. दोनों एक ही रूट के जरिए 'एंटीलिया' के बाहर पहुंचीं.

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फडणवीस ने जांच पर उठाए सवाल (फाइल फोटो) फडणवीस ने जांच पर उठाए सवाल (फाइल फोटो)

कमलेश सुतार

  • मुंबई,
  • 05 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 9:19 PM IST
  • मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली थी संदिग्ध कार
  • फडणवीस ने मामले की NIA से जांच कराने की मांग की

रिलायंस इंडस्‍ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित बंगले 'एंटीलिया' से करीब 400 मीटर दूर एक संदिग्‍ध कार खड़ी मिली थी. कार के अंदर से जिलेटिन (विस्‍फोटक पदार्थ) की 20 छड़ें मिलीं. इसके साथ ही एक धमकी भरी चिट्ठी भी, जिसमें अंबानी परिवार को जान से मारने की बात कही गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से जांच करवाने की मांग की है. 

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उन्होंने कहा कि इस घटना और धमकी भरे खत ने कई सारे सवाल खड़े कर दिए हैं. 'एंटीलिया' के बाहर दो कार खड़ी थीं- स्कॉर्पियो और इनोवा. दोनों कार ठाणे शहर से आई थीं. दोनों एक ही रूट के जरिए 'एंटीलिया' के बाहर पहुंचीं. सचिन वजे पहले पुलिस अधिकारी थे जो सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे और बाद में उन्हें इंवेस्टीगेशन ऑफिसर नियुक्त कर दिया गया. लेकिन तीन दिन पहले उन्हें जांच से हटा दिया गया. मुझे समझ नहीं आ रहा उन्हें क्यों हटाया गया. 

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस शख्स ने अपनी कार गायब होने की रिपोर्ट लिखवाई थी, उसने अपने नंबर से कुछ कॉल किए हैं जो सचिन हिंदुराव वजे के नाम से रजिस्टर्ड है. उस शख्स ने क्रॉफोर्ड मार्केट में 'किसी' से मुलाकात की थी वो 'किसी' कौन है? एक ही केस में इतने सारे इत्तेफाक कैसे हो सकते हैं. सचिन वजे ने ही सबसे पहले कार की पहचान की और घटनास्थल पर पहुंचा.  धमकी की चिट्ठी भी उसे ही मिली. पहले इस घटना के पीछे जैश-उल-हिंद के हाथ होने की खबर सामने आई, लेकिन उसी दिन जैश-उल-हिंद ने इस घटना में अपना हाथ होने से इनकार कर दिया. इस पूरे मामले में आतंकी गतिविधि नजर आती है, इसलिए मामले की जांच NIA से की जानी चाहिए.

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वहीं दूसरी ओर संदिग्ध स्कॉर्पियो कार के कथित मालिक मनसुख हिरेन की मौत हो गई है. इस पूरे मामले की जांच महाराष्ट्र सरकार ने एटीएस को सौंप दी है. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि गाड़ी मनसुख की नहीं बल्कि सैम पीटर नाम के किसी शख्स की थी. मनसुख हिरेन के पास सिर्फ यह गाड़ी थी. उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.  

वहीं फडणवीस ने इस मौत को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि हिरेन और सचिन वजे के बीच फोन पर हुई बातचीत की जांच की जाएगी? सबसे महत्वपूर्ण लिंक हिरेन की अब मौत हो गई है. तस्वीर में जो देखा है उससे लगता है कि शव के दोनों हाथ बंधे हुए थे. कोई भी शख्स हाथ बांधकर आत्महत्या नहीं करता है. इस मामले की जांच NIA से की जानी चाहिए. 

इस आरोप के जवाब में अनिल देशमुख ने कहा कि शव के हाथ बंधे नहीं थे. पुलिस इस की जांच करने में सक्षम है. सचिन वजे का नाम बार बार इस्तेमाल किया जा रहा है. क्या फडणवीस सचिन वजे से नाराज हैं?

बता दें, 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई के पेडर रोड स्थित मुकेश अंबानी के बंगले के बाहर विस्फोटकों से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी. 24 फरवरी की मध्य रात 1 बजे यह गाड़ी अंबानी के घर के बाहर खड़ी की गई थी. दूसरे दिन गुरुवार को इस पर पुलिस की नजरें गईं और कार बरामद की गई.

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मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली संदिग्ध गाड़ी के मामले में मुंबई के गामदेवी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में 286, 465, 473, 506(2),120(B) IPC and u/s 4 of Explosive Substances Act 1908 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. 

कार मिलने के मामले की जांच क्राइम ब्रांच के साथ-साथ एंटी टेररिज्म स्क्वायड भी कर रही है. जिलेटिन मिलने का मामला गंभीर है, यही कारण है कि आतंकी एंगल को भी खंगाला जा रहा है.

 

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