'जो घर से निकलने की जहमत नहीं उठाते, वे किसानों के लिए मार्च...', शिंदे का उद्धव पर तीखा हमला

एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जो लोग घर से निकलने की जहमत नहीं उठाते, वे किसानों के लिए मार्च नहीं कर सकते. इतना ही नहीं, उन्होंने उद्धव ठाकरे की छत्रपति संभाजीनगर की रैली को 'मगरमच्छ के आंसू' करार दिया.

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शिंदे ने कहा कि जब उद्धव के हाथ से सत्ता निकल जाती है, तो वे सिर्फ रोना रोते हैं  (Photo: ITG) शिंदे ने कहा कि जब उद्धव के हाथ से सत्ता निकल जाती है, तो वे सिर्फ रोना रोते हैं (Photo: ITG)

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 11 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 7:04 PM IST

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने शनिवार को शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा. शिंदे ने आरोप लगाया कि उद्धव बाढ़ और बारिश से प्रभावित किसानों के हालात का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं. इतना ही नहीं, शिंदे ने उद्धव की छत्रपति संभाजीनगर की रैली को 'मगरमच्छ के आंसू' बताया.

उद्धव ठाकरे ने अपनी छत्रपति संभाजीनगर रैली के दौरान चेतावनी दी थी कि अगर देवेंद्र फडणवीस सरकार ने हाल ही में आई बाढ़ में तबाह हुई फसलों के लिए पूर्ण ऋण माफी की घोषणा नहीं की, तो किसान उनके खिलाफ सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे.

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इस पर एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर में उद्धव ठाकरे की रैली को 'मगरमच्छ के आंसू' का प्रदर्शन बताया और उन पर राजनीतिक लाभ के लिए किसानों के हालात का फायदा उठाने का आरोप लगाया.

विपक्ष पर 'दर्द पर राजनीति करने' का आरोप लगाते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब सत्ता उनके हाथ से निकल जाती है, तो वे केवल रोना रोते हैं. यह किसानों के लिए सच्चा प्रेम नहीं है. हमारी महायुति सरकार केवल नारों के लिए नहीं, बल्कि वास्तविक समाधानों के लिए काम करती है.

महाराष्ट्र में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ

बता दें कि पिछले महीने महाराष्ट्र में बाढ़ के कारण व्यापक रूप से ज़मीन डूब गई थी, जबकि निचले और प्रभावित इलाकों से 41,000 से अधिक निवासियों को निकाला गया था. सबसे अधिक प्रभावित जिले सोलापुर, जालना, छत्रपति संभाजी नगर और धाराशिव थे.

शिंदे का उद्धव पर कटाक्ष

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शनिवार को एकनाथ शिंदे ने उद्धव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कभी अपने घर से बाहर निकलने की जहमत नहीं उठाते, वे किसानों के लिए मार्च निकालने की बात करते हैं.  राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार की तारीफ करते हुए शिंदे ने कहा कि हाल के वर्षों में जब भी राज्य में किसानों पर गंभीर संकट आया, महायुति गठबंधन हमेशा उनके साथ मजबूती से खड़ा रहा है.

डिप्टी सीएम ने गिनाए अपनी सरकार के काम

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब फसलें, ज़मीन, पशुधन और यहां तक कि घर भी तबाह हो गए थे, तो हमारी पूरी सरकार- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सभी मंत्रियों ने प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद सुनिश्चित किया कि एनडीआरएफ के नियम किसानों को राहत पहुंचाने में बाधक न बनें.

'राज्य और केंद्र सरकार समन्वय से काम कर रहीं'

शिंदे ने बताया कि राज्य सरकार ने 31,628 करोड़ रुपये का राहत पैकेज घोषित किया है, जिसमें दिवाली से पहले ही किसानों को 10,000 रुपये की तत्काल सहायता राशि दी जा चुकी है. इसके अलावा, जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है, उन्हें प्रति हेक्टेयर 48,000 रुपये और मनरेगा योजना के तहत प्रति हेक्टेयर 3.47 लाख रुपये तक की सहायता प्रदान की जाएगी. एकनाथ शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सहयोग से राज्य और केंद्र सरकार समन्वय से काम कर रही हैं, ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो. 

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