ताजमहल से भी खूबसूरत, कैंसर अस्पताल, 5 हजार लोगों के खाने की व्यवस्था... ऐसी होगी अयोध्या में बन रही मस्जिद

मस्जिद का निर्माण अयोध्या से 25 किमी दूर धन्नीपुर में किया जा रहा है. जिस जगह पर इस मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है उसे उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुसलमानों को दिया था.

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ऐसी दिखेगी अयोध्या में बन रही मस्जिद ऐसी दिखेगी अयोध्या में बन रही मस्जिद

सौरभ वक्तानिया

  • मुंबई,
  • 21 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 5:30 PM IST

अयोध्या के धन्नीपुर में बन रही मस्जिद ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्ला’ के चेयरमैन और बीजेपी नेता हाजी अरफात शेख ने आज तक के साथ विशेष बातचीत की और बताया कि यह मस्जिद ताजमहल से भी खूबसूरत होगी. शेख ने कहा कि मस्जिद में न केवल दुआ होगी बल्कि दवा भी होगी, .यानि यहां दुआ और दवा का केंद्रबिंदु होगा.

अयोध्या से 25 किलोमीटर दूर धन्नीपुर में बन रही इस मस्जिद में सभी के लिए शाकाहारी लंगर की सुविधा होगी. यह पहली मस्जिद होगी जहां सभी समुदाय के लोग आएंगे और भोजन करेंगे. 

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5 हजार लोग एक साथ कर पाएंगे भोजन

इस मस्जिद में एक समय में 5000 हजार लोग एक साथ खाना खा सकेंगे. हाजी अरफात शेख ने बताया कि मस्जिद में 500 बेड का विश्वस्तरीय कैंसर अस्पताल होगा और यूपी के किसी भी व्यक्ति को टाटा कैंसर हॉस्पिटल मुंबई या कहीं और नहीं जाना पड़ेगा.

इतना ही नहीं इसमें डेंटल, मेडिकल और इंजीनियरिंग के विभिन्न कॉलेज भी होंगे. उन्होंने कहा कि मानवता के आधार पर इस मस्जिद के बगल में विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी और  इसे पर्यटन स्थल भी घोषित किया जाएगा.  शेख ने बताया कि मस्जिद में पांच मीनारें होंगी जो इस्लाम के पांच स्तंभों कलमा, नमाज, रोजा, हज और जकात का प्रतीक होंगी.

क्यूआर कोड से लिया जाएगा दान

इसमें दुनिया की सबसे बड़ी कुरान होगी और इसका रंग केसरी होगा. मस्जिद में बड़े-बड़े फव्वारे भी होंगे. अरफात शेख ने बताया कि यह पूरी दुनिया में अपनी तरह की अनोखी मस्जिद होगी और इसका नाम इतिहास में लिखा जाएगा. मस्जिद के लिए दान क्यूआर कोड के माध्यम से किया जाएगा और घर-घर जाकर चंदा एकत्र नहीं किया जाएगा. अरफात शेख ने कहा कि इसका कार्य जल्द पूरा होने की उम्मीद है और उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि जल्द ही सभी अनुमतियां दी जाएं.

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नवंबर 2022 में मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया था कि अगस्त, 2020 में मस्जिद निर्माण में सहयोग के लिए बैंक डिटेल जारी किए गए थे. लगभग साल भर पहले तक बैंक खाते में 40 लाख रुपए चंदा आया था. चंदे का करीब 30% हिस्सा कॉर्पोरेट से आया है. बाकी 70 फीसदी में 30% मुस्लिम समुदाय से और 40% हिंदू समुदाय की तरफ से आया था. 

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