समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की मुसीबतें बढ़ सकती हैं. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वाराणसी ब्रांच ने 160 करोड़ के टैक्स चोरी के मामले में अबू आजमी को समन भेजा है.इतना ही नहीं आरोप है कि आजमी ने पिछले कुछ सालों में वाराणसी से मुंबई तक हवाला के जरिए 40 करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं. आजमी को 20 अप्रैल को तलब किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, आजमी की भूमिका तब सामने आई जब आयकर विभाग वाराणसी में विनायक ग्रुप की जांच कर रहा था. विनायक ग्रुप ने वाराणसी में कई इमारतों, शॉपिंग सेंटर, मॉल और आवासीय हाईराइज इमारतों का निर्माण किया है.
आईटी जांच में पाया गया कि कागज पर विनायक समूह में तीन साझेदार सर्वेश अग्रवाल, समीर दोषी और आभा गुप्ता थे. आभा गुप्ता, गणेश गुप्ता की पत्नी हैं, जिन्हें अबू आसिम आजमी का करीबी दोस्त और सहयोगी बताया जाता है. गणेश गुप्ता अपने निधन से पहले महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के महासचिव थे और कोलाबा में आजमी की इमारत में अपना दफ्तर चलाते थे.
सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान ईमेल और तीनों मालिकों के बयानों से पता चला है कि विनायक ग्रुप की आय को चार भागों में बांटा गया था और चौथा हिस्सा अबू आसिम आजमी के पास जाता था. 2018 से 2022 तक 200 करोड़ रुपये की आय हुई. इसमें से 160 करोड़ रुपये का आयकर खुलासा किया गया था. जांच एजेंसियों को शक है कि 40 करोड़ रुपये आजमी को हवाला चैनलों के माध्यम से भेजे गए थे.
वाराणसी में आजमी का फ्रंटमैन अनीस आजमी बिजनेस ऑपरेशंस देखता है और अनीस के जरिए ही मुंबई में आजमी को हवाला ट्रांसफर किया गया था. पिछले साल कोलाबा में अबू आसिम आजमी के परिसरों पर आईटी ने छापे मारे थे और वाराणसी और मुंबई में दोशी, अग्रवाल और गुप्ता के परिसरों में भी सर्चिंग की थी. अब आगे की जांच के लिए आजमी को समन भेजा गया है.
दिव्येश सिंह