झारखंड के रामगढ़ में स्थित राजरप्पा मंदिर एक सिद्ध पीठ है. यह दामोदर और भैरवी नदी के तट पर स्थित है. नवरात्रों में यहाँ देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुँचते हैं. मंदिर की पौराणिक मान्यता है कि यहाँ माता सती का सिर गिरा था. स्थानीय आदिवासी समुदाय इसे अपनी कुलदेवी मानता है और कोई भी शुभ कार्य यहीं आकर करता है. मंदिर के पुजारी बताते हैं कि यह इतनी प्राचीन है कि इसका कोई लिखित इतिहास नहीं है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी यहाँ के नियमित दर्शनार्थी हैं. श्रद्धालु यहाँ आकर अपनी मनोकामनाएं पूरी होने का अनुभव करते हैं.