झारखंड के जमशेदपुर में पुलिस ने फायरिंग का एक मामला सुलझा लिया है. जुगसलाई इलाके में बीते छह अप्रैल को मोहम्मद अफजल पर फायरिंग हुई थी, जिसकी गोली उसके मुंह में लगी थी. पुलिस ने फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जुगसलाई थाना इलाके के गरीब नवाज कॉलोनी में ईदगाह मैदान में बीते छह अप्रैल को अफजल पर फायरिंग हुई थी. दरअसल यह पूरा मामला मुखबिरी से जुड़ा हुआ है. आरपीएफ ने अफजल के घर पर छापेमारी की थी, जिसके बाद यह मामला फायरिंग तक पहुंच गया.
दरअसल आरपीएफ को शक था कि मालगाड़ी से फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) का जो चावल आता है, उसको कुछ लोग जुगसलाई में उतार लेते हैं. इसी शक में मोहम्मद अफजल के घर पर छापामारी हुई थी. मोहम्मद अफजल को यह शक हुआ कि यह छापेमारी सरफराज ने मुखबिरी कर कराई है. इसके बाद मोहम्मद अफजल और उसके कुछ साथियों ने सरफराज के साथ मारपीट की और उसे ले जाकर घर में बंद कर दिया. सरफराज की मां मोहम्मद अफजल के घर गई तो उसके साथ भी मारपीट की गई.
जब इसकी जानकारी सरफराज के छोटे भाई मोहम्मद हसन को हुई तो वो पिस्तौल लेकर मोहम्मद अफजल के घर पहुंचा और उसे गोली मार दी. इसके बाद वो अपने भाई सरफराज को छुड़ाकर वापस लाया. पुलिस ने मोहम्मद हसन और मोहम्मद सरफराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एसएसपी किशोर कौशल ने सोमवार को एसएसपी ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक खोखा बरामद हुआ था. मोहम्मद हसन के पास से फायरिंग में प्रयुक्त पिस्तौल बरामद कर लिया गया है. लिखा पढ़ी करने के बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
अनूप सिन्हा