झारखंड के खूंटी जिले में लांडुप पंचायत के पारंपरिक ग्राम प्रधान बलराम मुंडा की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह हत्या शनिवार रात खूंटी थाना क्षेत्र के कडेटुबिड गांव में की गई थी, जहां मुंडा को पहले गोली मारी गई और फिर धारदार हथियार से काट डाला गया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक खूंटी के एसपी मनीष टोप्पो ने सोमवार को बताया कि इन आरोपियों को इस शक के आधार पर मुंडा के घर में घुसकर हमला किया गया कि वहां बड़ी मात्रा में अफीम छिपा हुआ है. जब उन्हें वहां कुछ नहीं मिला तो गुस्से में उन्होंने ग्राम प्रधान की हत्या कर दी.
पुलिस जांच में यह साफ हुआ है कि बलराम मुंडा का अफीम तस्करी या किसी भी प्रकार के नशे के कारोबार से कोई संबंध नहीं था. इस मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों के पास से तीन देसी पिस्तौल, दो अन्य हथियार, 14 जिंदा कारतूस और 10 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.
एसपी टोप्पो ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपी स्थानीय ग्रामीण हैं और इनका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह घटना गांव में नशे के काले कारोबार से जुड़ी अफवाहों और आक्रोश का परिणाम है.
इस सनसनीखेज हत्या ने इलाके में दहशत फैला दी है और ग्रामीणों में भय का माहौल है. पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस घटना के पीछे कोई संगठित गिरोह या नशा तस्करी से जुड़ा बड़ा नेटवर्क तो नहीं है.
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