कश्मीर में रेस्टोरेंट बिजनेस में खराब मांस, मटन और मछली को लेकर भारी बवाल हुआ है. खाद्य सुरक्षा विभाग के छापे में यह खुलासा हुआ. इस दौरान 12 हजार किलोग्राम से ज्यादा खराब मीट, मटन और मछली को जब्त करके नष्ट कर दिया गया. इस मामले में कई एफआईआर दर्ज की गईं और गिरफ्तारियां भी हुई हैं.
खराब मांस के अलावा, कुत्ते और गधे का मांस खिलाने की खबरों से भी लोगों में भारी गुस्सा है. इसे अपने यकीन पर हमला मानते हुए, लोग सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.
नाराज लोग सख्त सजा और रेस्टोरेंट का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं. इस घोटाले ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को एक और बड़ा झटका दिया है, क्योंकि पहले ही आतंकवाद की वजह से कश्मीर का टूरिज़्म सेक्टर प्रभावित हो चुका है.
दोषी अधिकारियों पर सवाल...
मामले में खाद्य सुरक्षा विभाग, प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. लोग जानना चाहते हैं कि इतने सालों तक यह गंभीर विश्वासघात कैसे होता रहा और संबंधित अधिकारियों की नाक के नीचे यह सब चलता रहा. लोगों का कहना है कि एक भी ट्रक को पकड़ा नहीं गया, जिसमें यह घटिया मांस लाया जा रहा था.
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अब तक, 12 हजार किलोग्राम से ज्यादा खराब और घटिया मांस, चिकन और मछली जब्त कर नष्ट किए जा चुके हैं. इस मामले में शामिल आपूर्तिकर्ताओं और विक्रेताओं के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की गई है. इस घोटाले की वजह से खय्याम की प्रसिद्ध 'बीबीक्यू स्ट्रीट' भी वीरान पड़ी है, क्योंकि लोग बाहर खाना खाने से बच रहे हैं.
मीर फरीद