कश्मीरः नाना मुफ्ती की कब्र पर जाने के लिए इल्तिजा ने लिखी चिट्ठी, कल नहीं जा सकी थीं

कश्मीर के 5 राजनेताओं की नजरबंदी से हुई रिहाई के कुछ दिनों बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने प्रशासन को पत्र लिखकर अपने नाना और पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की 7 जनवरी को पड़ने वाली चौथी बरसी पर उनके कब्रगाह पर जाने की अनुमति मांगी है.

Advertisement
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (INDIA TODAY) पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (INDIA TODAY)

aajtak.in

  • श्रीनगर,
  • 03 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 8:31 PM IST

  • 7 जनवरी को मुफ्ती मुहम्मद सईद की चौथी पुण्यतिथि
  • प्रशासन ने कल इल्तिजा को कब्र पर जाने नहीं दिया था
  • इल्तिजा मुप्ती SSG प्रोटेक्टी, लेनी होगी इजाजतः पुलिस

कश्मीर के 5 राजनेताओं की 5 महीने बाद नजरबंदी से हुई रिहाई के कुछ दिनों बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने प्रशासन को पत्र लिखकर अपने नाना और पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद की 7 जनवरी को पड़ने वाली चौथी बरसी पर उनकी कब्र पर जाने की अनुमति मांगी है.

Advertisement

इससे पहले इल्तिजा मुफ्ती ने एक दिन पहले गुरुवार को कहा था कि अधिकारियों ने उन्हें दादा की कब्र पर जाने से रोकने के लिए गुप्कर रोड स्थित उनके आवास से उनके बाहर जाने पर रोक लगा दी है.

इल्तिजा मुफ्ती जो स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप (एसएसजी) प्रोटेक्टी हैं, ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG, कानून और व्यवस्था) मुनीर खान को पत्र लिखकर अपने नाना मुफ्ती मुहम्मद सईद की कब्र पर जाने की अनुमति मांगी है. पूर्व मुख्यमंत्री सईद की बीमारी के बाद 7 जनवरी 2016 को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया था.

'स्थिति सामान्य तो अनुमति क्यों नहीं'

इल्तिजा ने प्रशासन को लिखे अपने पत्र में कहा है कि वह और उनका परिवार दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के दारा शीकू में अपने नाना और जम्मू-कश्मीर के दो बार के मुख्यमंत्री की कब्र पर जाना चाहता है.

Advertisement

उन्होंने कहा, 'स्थानीय प्रशासन और पुलिस बार-बार कह रही है कि कश्मीर में स्थिति सामान्य है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमें उनकी कब्र पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने से क्यों मना किया जाना चाहिए. अगर प्रशासन या पुलिस ने हमें शोक जताने और मुफ्ती की चौथी पुण्यतिथि पर याद करने के अधिकार से मना करती है तो यह शर्मनाक बात होगी.'

इल्तिजा मुप्ती ने गुरुवार की घटना का भी जिक्र किया जब उन्होंने सईद की कब्र तक पहुंचने का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें हिरासत में लिया गया था क्योंकि उन्होंने अनंतनाग जाने की अनुमति नहीं मांगी थी.

एडीजी मुनीर खान ने इल्तिजा मुफ्ती के इस दावे का खंडन किया था कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. उन्होंने कहा कि अनंतनाग जिला प्रशासन ने उनकी यात्रा के लिए अपनी मंजूरी नहीं दी थी.

उन्होंने कहा कि हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि वह एक एसएसजी प्रोटेक्टी हैं, जिसे कहीं भी जाने से पहले पुलिस की मंजूरी लेनी होती है.

इससे पहले इल्तिजा ने गुरुवार को कहा था, 'मैं 7 जनवरी को अपने दादा की चौथी पुण्यतिथि पर उनकी कब्र पर जाना चाहती थी. मैंने अपने निजी सुरक्षा अधिकारी और ड्राइवर को अधिकारियों से अनुमति लेने के लिए भेजा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.'

Advertisement

घाटी के 50 राजनेता अब भी हिरासत में

पूर्व मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अली मुहम्मद सागर और उनके बेटे को सागर के ससुर के जनाजे में शामिल होने की अनुमति दिए जाने के एक दिन बाद इल्तिजा का यह मामला सामने आया है.

पिता-पुत्र की यह जोड़ी उन 50 राजनेताओं में से हैं, जिन्हें केंद्र द्वारा पांच अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद-370 को रद्द करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद हिरासत में लिया गया था.

'अनुमति नहीं मिली तो कोर्ट'

इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि अगर अधिकारी उन्हें उनके आवास से बाहर जाने से रोकते हैं तो वह अदालत का रुख करेंगी. उनके घर से बाहर जाने पर रोक लगाए जाने के बाद वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहती थीं, लेकिन अधिकारियों ने अनुमति नहीं दी.

उन्होंने कहा, 'मैं कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रही, बल्कि अपने दादा की कब्र पर जाना चाहती हूं. एक तरफ तो सरकार मीडिया को बता रही है कि स्थिति अच्छी है और दूसरी तरफ वे इस तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं.'

30 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर के 5 पूर्व विधायकों (अब्दुल जब्बार, बशीर अहमद मीर, जहूर अहमद मीर, यासिर रेशी और गुलाम नबी) को श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल से रिहा कर दिया गया.

Advertisement

पिछले महीने डल झील के पास स्थित सेंचूर होटल से मुख्यधारा के कुल 35 राजनेताओं को एमएलए हॉस्टल ले जाया गया था. हिरासत में लिए गए चार नेताओं को पहले रिहा कर दिया गया था. (इनपुट-आईएएनएस)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement