जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आर आर स्वैन ने शनिवार को कहा कि हाल की आतंकी घटनाएं कश्मीर में आतंकी ढांचे को लगे झटके के बाद बॉर्डर पार बैठे टेरर हैंडलर्स का हताशा से भरा प्रयास था जो अपनी दुकानें चालू रखने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 'हम दुश्मन ताकतों को हरा देंगे'. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि सुरक्षा एजेंसियों के साथ आतंकवादियों की गतिविधियों से जुड़ी जानकारी शेयर करने से पहले जांच कर लें ताकि हम सही जगह पर पहुंच सकें.
आतंकियों ने तीर्थयात्रियों की बस को बनाया निशाना
आतंकवादियों ने 9 से 12 जून तक रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में हमला किया. तीर्थयात्रियों की एक बस को भी निशाना बनाया गया जिसमें नौ लोगों और एक सीआरपीएफ जवान की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए. कठुआ में हुई एक मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए.
'जिनकी रोटी इसी से चलती है, वे इसे कैसे छोड़ सकते हैं'
डीजीपी ने कहा, 'जब आप किसी खतरे या चुनौती के बारे में बात करते हैं तो आप देखते हैं कि यह कितना गंभीर या बड़ा है. चुनौतियां सीमा पार से आ रही हैं और टेरर हैंडलर्स ने तय किया है कि वे इस तरह की आतंकी गतिविधियां को जारी रखेंगे. वे देख रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के दिन अब गिनती के रह गए हैं क्योंकि घाटी में आतंकी ढांचे को बड़ा झटका लगा है. जिनकी रोटी इसी से चलती है, वे इसे इतनी आसानी से कैसे छोड़ सकते हैं?'
'अपनी दुकानें चलाने के लिए आतंकी भेजते हैं हैंडलर्स'
उन्होंने कहा, 'हैंडलर्स सीमा पार बैठे हैं और अपनी दुकानें चालू रखने के लिए वे आतंकियों को यहां भेजते हैं.' डीजीपी आर आर स्वैन ने कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के सईदा सुखल गांव का दौरा किया. यहां मंगलवार और बुधवार को 15 घंटे से अधिक लंबे ऑपरेशन में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए थे और एक सीआरपीएफ जवान शहीद हो गया था.
उन्होंने जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन के साथ गांव में चल रहे तलाशी अभियान के लिए तैनात पुलिस कर्मियों से बातचीत की. डीजीपी ने हीरानगर पुलिस स्टेशन का भी दौरा किया. उन्होंने पुलिसकर्मियों को संबोधित किया और हाल की गोलीबारी में उनकी भूमिका की सराहना की.
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