श्रीनगर में बीते दो दिनों से ब्लैक बियर की मौजूदगी लोगों में दहशत फैलाए हुए है. नगीन लेक के पास भालू का मूवमेंट दिखने के बाद वन्यजीव विभाग ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. इससे पहले यह भालू NIT श्रीनगर, कश्मीर यूनिवर्सिटी और SKIMS अस्पताल परिसर में भी देखा जा चुका है, जिसके बाद पूरे इलाके में अलर्ट जारी किया गया.
वन्यजीव विभाग ने सेंट्रल कश्मीर डिवीजन के साथ-साथ अन्य जिलों से भी विशेषज्ञ टीमों को बुलाया है. ड्रोन लगातार इलाके की निगरानी कर रहे हैं, ताकि भालू की लोकेशन ट्रैक की जा सके. ट्रैंक्विलाइज़र गन, शॉर्ट फायरआर्म्स और इमरजेंसी टीम मौके पर तैनात है. किसी भी तरह की चोट या हादसे की स्थिति में एम्बुलेंस और वेटनरी टीमें भी तैयार हैं.
सेंट्रल कश्मीर वाइल्डलाइफ वार्डन परवेज अहमद वानी खुद मौके पर पहुंचे और टीमों से बातचीत की. उनका कहना है कि भालू को सुरक्षित तरीके से पकड़ना और इंसानों की सुरक्षा दोनों ही प्राथमिकताएं हैं.
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वाइल्डलाइफ वार्डन परवेज अहमद वानी ने लोगों से अपील की कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें. उन्होंने कहा कि सिर्फ जरूरी कामों के लिए ही ग्रुप में निकलें. पार्कों, लेकसाइड और सुनसान इलाकों में बिल्कुल न जाएं. सुरक्षा सर्वोपरि है.
AI-जनरेटेड वीडियो पर FIR, अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई
भालू को लेकर सोशल मीडिया पर कई फर्जी वीडियो वायरल हो रहे हैं. विभाग ने कहा कि AI-जनरेटेड और भ्रामक वीडियो फैलाने वालों पर दो FIR दर्ज हो चुकी हैं. वानी ने चेतावनी दी कि ऐसी हरकतें करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी. सुरक्षा के मुद्दे पर मजाक या भ्रामक जानकारी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
भालू के पीछे भागना खतरनाक, वीडियो न बनाएं
अधिकारियों ने कहा कि कुछ लोग भालू का पीछा करते हुए वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो बेहद खतरनाक है. विभाग ने ऐसे लोगों से कहा है कि वे इस तरह जोखिम न उठाएं और सुरक्षा नियमों का पालन करें. पूरे श्रीनगर में सतर्कता बरती जा रही है. भालू अभी भी खुले इलाके में है और उसे सुरक्षित तरीके से पकड़ने के लिए मल्टी-टीम ऑपरेशन चल रहा है. लोग घरों में रहें, भीड़भाड़ और पार्कों से दूर रहें और अफवाहें न फैलाएं.
अशरफ वानी