LOC पार से भारतीय सीमा में घुस आईं 6 भैंसे, भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैनिकों को सौंपा

भारतीय सेना ने मानवीय आधार पर भैसों को पाकिस्तानी सेना को लौटा दिया. चकंदाबाद मीटिंग प्वाइंट पर भैंसों को लेने के लिए उनका मालिक भी मौजूद था. भैंसों को वापस पाकर उनके मालिक की खुशी का ठिकाना नहीं था.  

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भारतीय सीमा में घुस आईं थीं भैस भारतीय सीमा में घुस आईं थीं भैस

अशरफ वानी

  • श्रीनगर,
  • 27 मई 2021,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST
  • भटकते हुए भारत में घुस आईं पाकिस्तान की भैंस
  • भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया
  • भैंसों को वापस पाकर मालिक बेहद खुश

साल 2000 में रिलीज हुई फिल्म ‘रिफ्यूजी’ के लिए जावेद अख्तर का लिखा एक गाना बहुत हिट हुआ था- पंछी, नदिया, पवन के झोंके, कोई सरहद ना इन्हें रोके, सरहद इंसानों के लिए हैं, सोचो तुमने और मैंने क्या पाया इन्सां हो के... 

जिन्हें सरहद नहीं रोकती- पंछी, नदिया और पवन के झोंकों वाली फेहरिस्त में अब भैंसों को भी जोड़ देना चाहिए. जम्मू और कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल पर ऐसी ही एक घटना हुई है. एलओसी के उस पार पाकिस्तान अधिकृत इलाके से 22 मई को छह भैंसे घास चरते-चरते इधर पुंछ में आ गईं. 

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छह भैसों का इस तरह एलओसी को पार कर इधर आ जाना हैरानी की बात है. इस एलओसी को दुनिया की सबसे कड़ी सुरक्षाओं वाली सीमाओं में से एक माना जाता है. यहां कांटेदार तार लगी होने के साथ-साथ चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं.  

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पाकिस्तान अधिकृत इलाके के गांव में भैसों के मालिक को भैसों के भटक कर एलओसी पार जाने का शक हुआ तो उसने पाकिस्तानी सैनिकों से उन्हें वापस दिलाने के लिए गुहार लगाई. इस पर पाकिस्तानी सेना ने एलओसी के इस पार भारतीय सेना से संपर्क किया.  

भैंसों को ले जाते मालिक

नियंत्रण रेखा 740 किलोमीटर लंबी है. कई जगह ये उबड़ खाबड़ और पहाड़ी रास्तों से गुजरती है. ऐसे में कौन सा क्षेत्र इस पार है और कौन सा उस पार, इसे लेकर कई बार इंसानों को भी भ्रम हो जाता है तो इन  बेचारी छह भैंसों का क्या कसूर?  

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भारतीय सेना ने मानवीय आधार पर बुधवार को भैसों को एलओसी पर पाकिस्तानी सेना को लौटा दिया. चकंदाबाद मीटिंग प्वाइंट पर भैंसों को लेने के लिए उनका मालिक भी मौजूद था. भैंसों को वापस पाकर उनके मालिक की खुशी का ठिकाना नहीं था.  

 

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