Kinnaur Landslide: हादसे में बच्ची समेत 10 की मौत, 14 को बचाया गया, लापता बस तक अभी नहीं पहुंच पाई रेस्क्यू टीम

इस हादसे में 2 साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है. अब तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग मदद में जुटे हुए हैं.

Advertisement
Kinnaur Landslide Kinnaur Landslide

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 12:13 AM IST
  • 60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है
  • अब तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है
  • 2 साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) में बुधवार को फिर भयंकर तबाही मची. पहाड़ों से गिरती चट्टानों ने नेशनल हाईवे-5 से गुजर रही गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया.

इस हादसे में 2 साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है. अब तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग मदद में जुटे हुए हैं. खबर में अपडेट जारी है...

Advertisement

बस में सवार 25 लोग फंसे

हिमाचल प्रदेश के रिकांगपिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही एचआरटीसी की जो बस चट्टानों के गिरने के कारण हादसे का शिकार हुई है, उसमें करीब 25 लोग फंसे हैं. हालांकि इस हादसे में बस ड्राइवर (Bus Driver) औरं कंडक्टर को बचा लिया गया है, लेकिन दोनों सदमे में हैं.

वहीं, यात्रियों से भरी लापता बस गहरी खाई में देख गई है. हालांकि रेस्क्यू टीम अभी बस तक नहीं पहुंच पाई है. यहां  Earth mover machines के जरिए मलबा हटाया जा रहा है.

ITBP के मुताबिक, हादसे के वक्त रिकांगपिओ-शिमला राजमार्ग पर 6 से 7 गाड़ियां 200 मीटर की दूरी के बीच मूव कर रही थीं, तभी अचानक पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. इस वजह से वहां गाड़ियों को निकलने का मौका नहीं मिल पाया और वे फंस गईं. 

Advertisement

रेस्क्यू ऑपरेशन आ रही हैं दिक्कतें

हादसे की जानकारी के बाद मौके पर आईटीबीपी, एनडीआरएफ, हिमाचल पुलिस के जवान पहुंच गए. उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन दिक्कतें अब भी आ रही हैं. डर ये भी लगा हुआ है कि कहीं पहाड़ से और पत्थर ने आ गिरें. लिहाजा रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम भी पूरी तरह से सतर्क है.

बताया जा रहा है कि रुक रुककर इक्का-दुक्का पत्थर पहाड़ से गिर रहे हैं. वहीं, नेशनल हाइवे 5 पर जिस जगह तबाही का ये पहाड़ टूटा है, वहां से सतलुज नदी भी होकर गुजरती है, ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ गाड़ियां सतलुज नदी में ना जा गिरी हों. 

मृतकों में 2 साल की बच्ची भी शामिल 

1-  विजय कुमार (32), झोल, जिला हमीरपुर
2-  वंशिका (2), गांव सपनी, किन्नौर
3-  मीरा देवी (41), निचार, जिला किन्नौर
4-  नितिशा, गांव सुंगरा, जिला किन्नौर
5-  प्रेम कुमारी (42), गांव लेबरांग, जिला किन्नौर
6-  ज्ञान दासी, गांव सपनी, जिला किन्नौर
7-  राधिका (22), गांव काफनो, जिला किन्नौर
8- रोहित (24), तहसील रामपुर, जिला शिमला
9- कमलेश कुमार (34), गांव पिपुधार, सोलन
10- देवी चंद (53), गांव पलंगी, जिला किन्नौर

पीएम और गृह मंत्री ने ली जानकारी

घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की और किन्नौर हादसे की जानकारी ली. पीएम मोदी की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया गया है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस हादसे को लेकर बात की है और घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. 

Advertisement

25 जुलाई को भी किन्नौर में हुआ था हादसा 

बता दें कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर और सिरमौर दोनों ही इलाकों में पहाड़ों के दरकने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. किन्नौर में पहाड़ गिरने का मतलब है बड़ी तबाही, क्योंकि यहां भूस्खलन होता है तो बड़े-बड़े पत्थर गिरते हैं. 25 जुलाई को भी कन्नौर में लैंडस्लाइड हुआ था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी. 


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement