हिमाचल प्रदेश में मानसून ने दस्तक देते ही तबाही मचा दी है. प्रदेश भर में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. बीते कुछ दिनों में कुल्लू, मंडी और कांगड़ा जिलों में बादल फटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अब तक राज्य में इस आपदा के कारण 31 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है.
कुल्लू और कांगड़ा सबसे ज्यादा प्रभावित
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने जानकारी दी कि इस बार मानसून समय से पहले आ गया, जिससे भारी बारिश और आपदाएं लगातार सामने आ रही हैं. कुल्लू और कांगड़ा जिलों में विशेष रूप से नुकसान हुआ है. इनमें से 17 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में और 14 लोगों की जान फ्लैश फ्लड में गई है.
सड़कों और पुलों को सबसे ज्यादा नुकसान
भारी बारिश से सड़कों और पुलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है. वर्तमान में प्रदेश में 37 सड़कें अब भी बाधित हैं, वहीं 47 ट्रांसफॉर्मर बंद हो गए हैं. इससे बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है. कई जगहों पर पेयजल योजनाएं भी ठप हो गई हैं, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पानी की समस्या खड़ी हो गई है.
29 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट, पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी
मौसम विभाग ने 29 जून के लिए राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसे देखते हुए सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्री नेगी ने कहा कि पर्यटकों को नदी-नालों और भूस्खलन संभावित इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है. राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है.
आगामी दिनों में और भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, 28 जून को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में एक-दो स्थानों पर बहुत भारी वर्षा हो सकती है. वहीं 29, 30 जून और 1 जुलाई को भी इन जिलों के अलावा चंबा और कुल्लू में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
विकास शर्मा