हिमाचल में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जयराम ठाकुर की अगुवाई में बीजेपी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है तो कांग्रेस ने भी संगठन में बड़ा परिवर्तन किया है. कुलदीप राठौर की जगह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वहीं, सुखविंद्र सुक्खू को चुनाव प्रचार कमेटी की कमान सौंपी गई है. जबकि आनंद शर्मा को संचालन कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इस तरह से दोनों धड़ों को साधने और सामूहिक नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतरने की कवायद की गई है.
वीरभद्र सिंह की पत्नी को पार्टी की कमान
मंडी उपचुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को चारों खाने चित करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के सहारे पार्टी हाईकमान ने सत्ता में वापसी की योजना बनाई है. प्रतिभा सिंह के साथ-साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर सियासी और क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश की गई है. चंबा से पूर्व मंत्री हर्ष महाजन, कांगड़ा से विधायक पवन काजल, हमीरपुर से विधायक राजेंद्र राणा और सिरमौर से विधायक विनय कुमार को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. हिमाचल के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को पार्टी कहां सेट करती है, ये अभी देखना होगा.
हिमाचल में बीते कई विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ही कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष रहे, लेकिन अब उनके निधन के बाद प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने भले ही उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया हो, लेकिन प्रचार कमेटी का अध्यक्ष की जिम्मेदारी उनके वैचारिक तौर पर प्रतिद्वंद्वी सुखविंद्र सिंह सुक्खू को सौंपी गई है. इस तरह से दोनों धड़ों को हाईकमान ने साधे रखने की रणनीति पर कदम बढ़ाया है. सुखविंद्र सुक्खू को स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य भी चुना गया है. स्क्रीनिंग कमेटी ही टिकट तय करती है.
आनंद शर्मा को संचालन कमेटी का अध्यक्ष बनाया
हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे कांग्रेस हाईकमान ने मंगलवार देर शाम को 46 सदस्यीय प्रदेश कांग्रेस कमेटी गठित कर दी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा को संचालन कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इस तरह से जी-23 में शामिल आनंद शर्मा को पार्टी ने अहम जिम्मेदारी देकर अब कंधों पर हिमाचल चुनाव जीतने का भार डाल दिया है. आनंद शर्मा के कंधों पर चुनाव संचालन के लिए बनी सारी कमेटियों का बोझ होगा.
पांच वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाकर संतुलन बनाया गया
मुकेश अग्निहोत्री नेता प्रतिपक्ष बने रहेंगे, लेकिन उनके साथ विधायक हर्षवर्द्धन चौहान को उपनेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया. विधायक जगत सिंह नेगी को मुख्य सचेतक का पदभार दिया गया. विधायक धनीराम शांडिल को घोषणापत्र, विधायक रामलाल ठाकुर को चुनाव प्रबंधन और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर को समन्वय कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. डॉ. राजेश शर्मा को कोषाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी गई है.
कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह को अध्यक्ष बनाने के साथ-साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए हैं तो पांच नेताओं को वरिष्ठ उपाध्यक्ष का पद दिया है. गंगूराम मुसाफिर, इंद्रदत्त लखनपाल, सुंदर सिंह ठाकुर, रवि ठाकुर और सुरेश कुमार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. वहीं, रजनीश किमटा प्रदेश महासचिव संगठन एवं प्रशासन के पद पर बने रहेंगे. संजय अवस्थी, नरेश चौहान, महेश्वर चौहान, हरीश जनारथा, सुरेंद्र चौहान और मोहिंद्र चौहान को उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी गई है.
बता दें कि कांग्रेस हाईकमान यह पहले ही तय कर चुका है कि प्रदेश में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा. चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं की जाएगी. इसी कड़ी में कांग्रेस नेतृत्व ने अलग-अलग कमेटियों ने अपने वरिष्ठ नेताओं को जगह देकर जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने के साथ-साथ उन्हें साधकर रखने का दांव चला है.
कुबूल अहमद