हरियाणा के पानीपत में मासूम विधि की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने जब जांच शुरू की तो किसी ने भी नहीं सोचा था कि इसके पीछे इतनी खौफनाक हकीकत छिपी होगी. परिवार इस मौत को एक हादसा मान रहा था, लेकिन पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो सामने आया कि यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि एक सीरियल मर्डर जैसा मामला है. इस पूरी कहानी के केंद्र में है सोनीपत के गांव भावड की रहने वाली पूनम, जिसे पुलिस ने चार बच्चों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है.
पुलिस पूछताछ में पूनम ने जो बताया, उसने हर किसी की रूह कंपा दी. उसने स्वीकार किया कि उसने न सिर्फ अपनी रिश्तेदार की बेटी विधि को पानी में डुबोकर मारा, बल्कि अपने तीन साल के बेटे शुभम को भी उसी तरीके से खत्म कर दिया. इसके अलावा उसने अपनी ननद की बेटी इशिका और अपने भाई की बेटी जिया की भी हत्या की थी. चारों बच्चों की मौत परिवारों ने हादसा मान ली थी, लेकिन असलियत कुछ और ही थी.
परिवार के चार बच्चों की हत्या
आरोपी पूनम के पति नवीन ने सामने आकर जो बयान दिया, उसने इस पूरे मामले को और भी खौफनाक बना दिया. नवीन ने कहा कि जैसे बच्चों को तड़पाकर पानी में डुबोकर मारा गया, ठीक वैसी ही सजा पूनम को भी मिलनी चाहिए. वह बोले कि आज भी जब उन बच्चों के दर्द की कल्पना करता हूं तो मुश्किल हो जाता है कि कोई इंसान इतनी बेरहमी कैसे कर सकता है.
नवीन ने बताया कि उन्हें कभी शक नहीं हुआ कि पूनम ऐसा कुछ कर सकती है. वह बच्चों को बहुत प्यार से पालती थी, बिल्कुल सामान्य व्यवहार करती थी. कोई भी यह सोच नहीं सकता था कि बच्चों को पालने वाली वही हाथ उन्हें इतनी सफाई से मार भी देंगे. उन्होंने कहा कि पूनम ने उनकी जिंदगी में कभी ऐसा संकेत नहीं दिया कि वह मानसिक रूप से परेशान है या किसी तरह की बीमारी से गुजर रही है.
मानसिक रूप से बीमार होने का नहीं मिला संकेत
नवीन बोले कि लोग अफवाह फैला रहे हैं कि वह तांत्रिकों के पास जाते थे या किसी तरह का झाड़-फूंक करवाते थे, लेकिन यह बिल्कुल गलत है. उन्होंने साफ कहा कि वह कभी किसी तांत्रिक के पास नहीं गए. बेटे शुभम और भांजी की मौत पर भी उन्होंने हादसा समझकर ही चुप्पी साध ली थी. परिवार ने भी यही माना कि बच्चों की मौत दुर्भाग्यवश पानी में डूबने से हुई है. किसी को भी शक नहीं हुआ कि सारे मामलों के पीछे एक ही महिला हो सकती है.
विधि की मौत के बाद जब नवीन ने पुलिस में शिकायत दी तो धीरे-धीरे सच्चाई सामने आने लगी. पुलिस ने जब पूनम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने एक-एक कर चारों हत्याओं का सच बता दिया. पूनम बताती गई और पुलिस के भी रोंगटे खड़े होते गए. हर हत्या उसने बेहद शांत दिमाग से और एक ही तरीके से की, ताकि किसी को शक न हो.
नवीन और पूनम की शादी साल 2019 में हुई थी
नवीन ने बताया कि उनकी शादी साल 2019 में हुई थी. शादी के बाद पूनम बहुत सामान्य लगती थी, जैसे एक आम लड़की. उन्हें कभी नहीं लगा कि वह मानसिक रूप से बीमार है. हां, इतना जरूर था कि वह समय-समय पर नाराज होकर अपने मायके चली जाती थी, लेकिन यह भी एक सामान्य वैवाहिक व्यवहार की तरह लगता था. कभी ऐसी कोई हरकत या शक की बात नहीं थी जो यह संकेत दे कि वह इतना बड़ा कदम उठा सकती है.
नवीन ने कहा कि आज उन्हें ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने बेटे शुभम को बचाने की हर कोशिश की, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि खतरा घर के अंदर ही है. जब वह इस बारे में सोचते हैं कि पूनम ने अपने ही बेटे को पानी में डुबोकर मार दिया तो वह खुद को रोक नहीं पाते. यह दर्द हमेशा उनके साथ रहेगा.
बच्चों को तड़पा-तड़पा कर मारा
उन्होंने कहा कि जिस तरह बच्चों को पानी में तड़पाकर मारा गया, उसी तरह पूनम को भी वैसी ही सजा मिलनी चाहिए. कानून जो भी करे, लेकिन इंसाफ ऐसा होना चाहिए कि मासूमों की आत्मा को शांति मिले. जाने कितनी बार वह सोचते हैं कि अगर पहले किसी को शक हो जाता तो शायद उन चारों बच्चों की जान बच सकती थी.
यह मामला इसलिए और खतरनाक हो जाता है क्योंकि पूनम कभी भी किसी को शक नहीं होने देती थी. वह बच्चों के साथ सामान्य तरह से रहती थी, उन्हें गोद में रखती, खिलाती, और फिर किसी मौके की तलाश में उन्हें पानी में डुबोकर मार देती. उसकी इस शांत-दिखने वाली क्रूरता ने सभी को हिला दिया है.
नाराज होकर मायके चली जाती थी पूनम
पानीपत पुलिस का कहना है कि पूनम के कबूलनामे के बाद अब पूरे मामले की कड़ी जांच की जा रही है. चारों बच्चों की मौत के घटनास्थल और परिस्थितियां दोबारा जांची जा रही हैं. पुलिस का यह भी कहना है कि इतने लंबे समय तक किसी ने शक क्यों नहीं किया, यह भी जांच का हिस्सा है.
नवीन बार-बार यही कह रहे हैं कि उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि उनकी पत्नी ऐसा कुछ कर सकती है. बेटे शुभम की मौत के बाद भी उन्होंने पूनम को दिलासा दिया था, लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी त्रासदी उसी महिला के हाथों लिखी गई थी.
पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुटी
अब जब पूरा सच सामने आ चुका है, परिवार और गांव दोनों सदमे में हैं. हर कोई यही पूछ रहा है कि कोई मां कैसे अपने ही बच्चे को मार सकती है और वह भी इतनी शांत चाल में. पानीपत और सोनीपत दोनों जगह यह चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा है.
पूरे मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि किसी इंसान के मन के भीतर कौन-सी खींचतान चल रही है, यह बाहर से देखकर समझना मुश्किल होता है. पूनम का मामला इसी का एक बेहद दर्दनाक उदाहरण बन गया है.
पवन राठी