हरियाणा के नूंह में हिंसा को लेकर राजनीति तेज हो गई है. इसे लेकर जाट नेताओं की तरफ से भी बयान आ रहे हैं. हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार में इसे लेकर मतभेद दिखाई दे रहे हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मोनू मानेसर ने आग में घी डालने का काम किया. वहीं अब जाट नेता युद्धवीर सिंह ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए मोनू मानेसर को निशाने पर लिया है.
जाट महासभा के महासचिव युद्धवीर सिंह ने 'हरियाणा तक' से बात करते हुए कहा कि मेवात हिंसा मामले में बजरंग दल की ओर से जाट समाज को उनका साथ देने का आह्वान किया गया था,जिस पर जाट लीडरशीप ने उनका साथ देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा, 'जाट अगर सेक्युलर नहीं है तो वो फिर जाट नहीं है. जाट जो है, उसका इतिहास उठाकर देख लो, उसने हमेशा सही का समर्थन किया है. उन्माद फैलाना जाट पसंद नहीं करता है और ना ही उन्माद फैलाकर दुकान चलाना जाट पसंद करता है. जाट हमेशा न्याय के साथ रहता है और न्याय के साथ रहना पसंद करता है. जाट किसी आदमी को दबाता नहीं है. जिस दिन जाट का ये करेक्टर है, जिस दिन ये करैक्टर खत्म हो जाएगा उस दिन जाट खत्म हो जाएगा.
युद्धवीर सिंह बोले- हम सदियों से साथ रहे
नूंह हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'हम सदियों से साथ रहे हैं. आप उनकी और हमारी भाषा में अंतर ही नहीं पहचान पाएंगे. हमारा कल्चर एक है, हमारा रहन सहन एक है. जो लोग धार्मिक दुकान चलाने की बात कर रहे हैं, वो इस तरह की बातें कर रहे हैं.वो जाट को बेवकूफ समझते हैं. जाट पंचायती राज में विश्वास रखता है. जो लोग उन्माद फैलाकर इस तरह का माहौल बना रहे हैं, वो क्यों ऐसा कर रहे हैं. मेवात के रहने वाले लोग कहीं बाहर से इंपोर्ट थोड़ी ना हुए हैं, वो मेवाती है. यहीं के हैं. हम सदियों से साथ रहे हैं. '
सरकार पर साधा निशाना
मोनू मानेसर का नाम लिए बगैर उस पर हमला करते हुए युद्धवीर सिंह ने कहा, 'क्या परिस्थिति थी, क्या हुआ, वो एक अलग विषय मैं उस पर नहीं जाना चाहता है. एक वीडियो वायरल होती है. वो आदमी जो अपराध कर पुलिस से भाग रहा है वो वीडियो डालता है. वो माहौल खराब करता है. सरकार क्या कर रही थी? वो तो उकसाया जा रहा है ना उसे.. चलो वो नालायक हो सकता है, लेकिन सरकार क्या कर रही थी. उस पर एक्शन ना लेने का मतलब है कि सरकार उसे तूल दे रही थी.'
डिप्टी सीएम का बयान
बीजेपी को छोड़कर ज्यादातर नेताओं और विपक्षी दलों का कहना है कि सांप्रदायिक हिंसा के लिए बजरंग दल की गौरक्षक शाखा का प्रमुख मोनू मानेसर जिम्मेदार था. उसने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर यह घोषणा करके हिंसा भड़काने की कोशिश की कि वह अपने समर्थकों के साथ यात्रा में शामिल होगा.
जेजेपी नेता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि जो लोग खुद को गौरक्षक कहते हैं, वे वास्तव में खुद गाय नहीं पालते हैं, जोकि गंभीर चिंता का विषय है. दुष्यंत ने कहा, "मुझे लगता है कि हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है. आपने जिस व्यक्ति (मोनू) का नाम लिया है, उसे भी पुलिस ने चिह्नित कर लिया है. मुझे लगता है कि उसने आग में घी डालने का काम किया. हम उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे."
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